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वॉल्ट डिज्नी के स्वामित्व वाली स्ट्रीमिंग सर्विस हॉटस्टार ने एचबीओ के 'लास्ट वीक टुनाइट विथ जॉन ऑलिवर' के ताजा एपिसोड को रिलीज नहीं करने का फैसला किया है. इसमें कॉमेडियन और होस्ट ऑलिवर ने पीएम नरेंद्र मोदी के प्रशासन की आलोचना करते हुए इसे "वाकई खतरनाक" कहा था.
भारत में प्रत्येक मंगलवार को सुबह 6 बजे तक हॉटस्टार पर इस शो का एपिसोड आ जाता है. हालांकि जब सब्सक्राइबर्स ने 25 फरवरी को हॉटस्टार पर लॉग इन किया, तो उन्हें केवल पुराने एपिसोड ही मिले. द क्विंट ने इस मामले पर आधिकारिक बयान के लिए हॉटस्टार से संपर्क किया है.
यूट्यूब पर मौजूद इस हालिया एपिसोड में ऑलिवर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा का प्रिव्यू किया है. ऑलिवर ने पीएम मोदी की छवि को "नफरत के अस्थायी प्रतीक" कहते हुए इसकी तुलना "प्रेम के स्थायी प्रतीक" ताज महल से की. सीएए-एनआरसी विवाद पर केंद्रित इस एपिसोड में इनके खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों और अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले पर बात हुई है.
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यह स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों द्वारा सेल्फ-सेंसरशिप का पहला उदाहरण नहीं है. नवंबर 2019 में अमेजन प्राइम इंडिया ने सीबीएस शो 'मैडम सेक्रेटरी' के सीजन 5 के पहले एपिसोड की स्ट्रीमिंग बंद कर दी थी. इस एपिसोड में हिंदू राष्ट्रवाद और हिंदू चरमपंथियों के संदर्भ में बातें थीं. 'ई प्लुरिबस यूनम' नाम के एपिसोड के आगे 'video currently unavailable' लिखा दिखाई देता है, जबकि शो के अन्य एपिसोड देखे जा सकते हैं.
इससे पहले, नेटफ्लिक्स ने 'द पैट्रियट एक्ट विद हसन मिन्हाज' के एक एपिसोड को भी हटा दिया था. इसमें इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की 2018 की हत्या के बारे में बात की गई थी. कथित तौर पर सऊदी अरब द्वारा की गई शिकायतों के बाद इस एपिसोड को हतय गया था.
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