advertisement
Emergency Service के लिए अब सिंगल हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है. अब जब भी आपको मदद की जरूरत हो, आप खतरे में हों या कोई गंभीर रूप से घायल हो गया हो, तो तुरंत 112 नंबर डायल कीजिए. इसके अलावा अगर आपके सामने मारपीट, हत्या, डकैती या हंगामे जैसे गंभीर क्राइम हो रहे हों, तो भी आप 112 पर डायल कर सकते हैं.
इससे पहले इन सभी सुविधाओं के लिए अलग-अलग नंबर डायल करने होते थे. पुलिस (100), एंबुलेंस सेवा (108), वुमन हेल्पलाइन नंबर (1090) और फायर स्टेशन (101) जैसे जरूरी नंबरों को अलग-अलग सेव किया करते थे.
19 फरवरी से सिंगल हेल्पलाइन सर्विस (112) देशभर के 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जारी कर दी गई है. आइए जानते है इस सर्विस से संबंधित सभी जरूरी बातें.
सबसे पहले साल 1972 में यूरोपियन कॉन्फ्रेंस ऑफ पोस्टल एंड टेलिकम्युनिकेशंस एडमिनिस्ट्रेशंस (CEPT) ने 112 नंबर को इमरजेंसी नंबर के रूप में चुना था. उन दिनों रोटरी टाइप फोन (जिन फोन में नंबर को घुमाकर डायल किया जाता है) हुआ करते थे. इन फोन में 112 नंबर डायल करने में कम समय और कम रोटेशन की जरूरत होती थी.
हालांकि अब रोटरी फोन की जगह मोबाइल फोन आ गए हैं. लेकिन फोन में भी 100, 101, 102, 108, 1090 की बजाय 112 डॉयल करना आसान है. अगर आपके पास GSM फोन है, तो फोन लॉक होने के बावजूद 112 नंबर डायल किया जा सकता है.
किसी को भी कभी भी किसी भी तरह की परेशानी या खतरा आने पर इमरजेंसी सर्विस लेने की जरूरत पड़ती है. हमें ये समझना चाहिए कि इस दायरे में कौन-कौन सी सर्विस आती हैं. इनमें से अगर कोई परेशानी आपकी जिंदगी में आती है, तो तुरंत 112 नंबर पर कॉल कीजिए.
कुछ स्थितियां ऐसी भी होती हैं जिसके लिए इमरजेंसी नहीं होती है लेकिन फिर भी सहायता की जरूरत होती है. आइए ऐसी ही कुछ स्थितियों को जानते हैं. जैसे-
अगर इमरजेंसी नंबर पर मजाक करने के लिए या जानबूझकर कॉल की जाती है, तो इस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. फालतू में कॉल करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. उन पर आपराधिक मामला चल सकता है.
क्योंकि जब मजाक में या जानबूझकर इमरजेंसी नंबर पर हम कॉल कर रहे होते हैं, तो हो सकता है कि उसी वक्त कोई दूसरा बहुत जरूरतमंद व्यक्ति भी कॉल कर रहा हो. ऐसे में ऑपरेटर उस जरूरतमंद व्यक्ति की कॉल नहीं ले पाएगा. उस जरूरतमंद व्यक्ति को समय पर इमरजेंसी सर्विस नहीं मिल पाएगी या मदद मिलने में देरी भी हो सकती है.
पहले से मौजूद किसी भी इमरजेंसी नंबर (100, 102, 108, 1090) बंद नहीं किए गए हैं. सभी नंबर पूरी तरह से काम कर रहे हैं. लेकिन अब सिंगल इमरजेंसी नंबर 112 पर भी कॉल की किया जा सकता है.
112 एक ग्लोबली मान्यता प्राप्त सिंगल इमरजेंसी नंबर है. ज्यादातर यूरोपीय देशों में इमरजेंसी के लिए इसी नंबर का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में भी इमरेजेंसी के लिए यही नंबर है. ज्यादातर फोन हैंडसेट में इमरजेंसी नंबर के तौर पर 112 नंबर को फीड किया गया है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)