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फास्टैग को लेकर सरकार की ओर से दी गई सहूलियत की डेडलाइन 15 जनवरी को खत्म होने वाली है. इसके बाद नेशनल टोल प्लाजा से गुजरने वाली छोटी या बड़ी गाड़ियों के लिए फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा. टोल प्लाजा पर कैश की सिर्फ एक ही लेन रह जाएगी. ऐसे में समय की बचत के लिए गाड़ी पर फास्टैग लगवाना जरुरी है. हाइवे पर मौजूद टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी लाइनों से निजात के लिए सरकार ने नया नियम बनाया है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सभी वाहनों पर फास्टैग ( Fastags) को लागू करने का ऐलान किया था. फास्टैग के जरिए सभी वाहनों के टोल प्लाजा पर बिना रुके ही टोल पेमेंट हो जाएगा.
सरकार ने पहले फास्टैग की डेडलाइन 21 दिसंबर 2019 तय की थी. हालांकि बाद कुछ दिन की सहूलियत देते हुए इस डेडलाइन को 31 दिसंबर 2019 तक दिया गया था. इसके बाद फास्टैग लागू होने की अंतिम तारीख 15 जनवरी 2020 तय की गई थी.
टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होने वाली परेशानियों को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने देशभर में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया है. इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग स्कीम भारत में साल 2014 में शुरू की गई थी. धीरे-धीरे इसे देशभर के टोल में शुरू किया जा रहा है.
फास्टैग सिस्टम के जरिए आप टोल प्लाजा पर बिना रुके टोल टैक्स दे सकेंगे. इसके लिए बस आपको वाहन पर फास्टैग लगाना होगा. आप यह टैग किसी ऑफिशियल टैग जारीकर्ता या सहभागिता बैंक से खरीद सकते हैं.
ट्रोल प्लाजा पर ऑटोमैटिक ट्रांसजेक्शन के लिए वाहन के विंडस्क्रीन में फास्टैग लगाया जाता है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFDI) लगा होता है. जैसे ही आपकी गाड़ी टोल के पास जाती है, तो टोल प्लाजा पर लगा सेंसर आपकी गाड़ी में लगे विंडस्क्रीन में लगे फास्टैग को स्कैन करता है. इसके बाद फास्टैक अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क काट देता है.
आपके फास्टैग अकाउंट की रकम खत्म होने पर आपको फिर से रिचार्ज कराना पड़ेगा. फास्टैग की वैलिडिटी 5 साल तक होगी. पांच साल के बाद फिर से गाड़ी पर नया फास्टैग लगाना पड़ेगा.
सड़क और परिवहन मंत्रालय ने टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के कारण लगने वाली गाड़ियों की लंबी लाइन और खुले पैसे होने की समस्या को हल करने के लिए फास्टैग सिस्टम को टोल प्लाजा पर लागू किया है. फास्टैग की मदद से समय और ईंधन, दोनों की बचत होगी.
आप जब भी फास्टैग लगे वाहन से किसी टोल प्लाजा को पार करेंगे, वैसे ही फास्टैग अकाउंट से आपका शुल्क कटने की जानकारी एसएमएस के जरिए आ जाएगी. एसएमएस के जरिए आपके फास्टैग अकाउंट से काटी गई रकम और शेष रकम, दोनों की ही जानकारी मिलेगी.
आप अपने फास्टैग अकाउंट को क्रेडिट कार्ड, डेबिड कार्ड और नेट बैंकिंग के जरिए रिचार्ज कर सकते हैं. फास्टैग खाते में कम से कम 100 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 1 लाख रुपए तक का रिचार्ज होगा. इसके अलावा आप एसबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक सहित कुछ अन्य बैंकों और पेटीएम के जरिए फास्टैग अकाउंट को रिचार्ज कर सकते हैं.
फास्टैग अकाउंट खोलने के लिए आपको इन दस्तावेजों को जमा करना होगा:
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