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चीन (China) की राजधानी बीजिंग में कोरोना वायरस (Covid19) के बढ़ते मामलों ने दुनिया भर में खतरे की घंटी बजा दी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञों ने अब इस मामले का संज्ञान लिया है और चीन से कहा है कि इससे संबंधित पूरा डेटा शेयर करे. भारत सहित अन्य देशों के स्वास्थ्य अधिकारियों ने वायरस की ट्रैकिंग और ट्रेसिंग को तेज करने का काम शुरू किया है.
चीन से अभी कोई इस तरह का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे ये तस्वीर साफ हो सके कि वास्तविक रूप में देश के अंदर क्या चल रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक एक अस्पष्ट तस्वीर नजर आ रही है.
Al Jazeera की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को चीन द्वारा जारी आधिकारिक मृत्यु दर महामारी की शुरुआत के बाद से 5,241 मौतें थीं. मंगलवार को कोई नई मौत दर्ज नहीं की गई.
21 दिसंबर को एक मीडिया ब्रीफिंग में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि WHO चीन में उभरती स्थिति से बहुत चिंतित है.
उन्होंने डब्ल्यूएचओ के अन्य विशेषज्ञों से अनुरोध किया, जो चीन से वहां की स्थिति का सटीक डेटा साझा करने के लिए कहते रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि जनवरी में सामने आए पीक मामलों के बाद से साप्ताहिक रिपोर्ट की गई कोरोन से मौतों की संख्या लगभग 90 प्रतिशत कम हो गई है.
WHO के महानिदेशक ने यह भी कहा कि कुल मिलाकर कोरोना महामारी में काफी गिरावट आई है.
इसके अलावा गौरतलब है कि रिपोर्ट किए जा रहे अधिकांश मामले हल्के हैं, जिनमें बहुत कम लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है. इसका मतलब है कि टीके अभी भी काम कर रहे हैं.
भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय मनसुख मांडविया ने बुधवार, 21 दिसंबर को कहा कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है, हम किसी भी स्थिति का प्रबंधन करने के लिए तैयार हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉ. अनिल गोयल ने कहा कि भारत में लॉकडाउन नहीं होगा क्योंकि यहां के 95 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया जा चुका है. भारत को कोरोना वायरस की बुनियादी बातों- टेस्टिंग, ट्रीटिंग और ट्रैसिंग पर वापस आने की जरूरत है.
एक्सपर्ट ये सुझाव दे रहे हैं कि घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधानी बरतना जारी रखनी होगी.
मास्क लगाने, सामाजिक दूरी और हाथ धोने के नियमों का पालन करते रहें.
कोरोना वैक्सीन लगवाएं और इसे बढ़ावा दें.
गलत सूचनाओं के साथ उलझने और फैलाने से बचें.
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