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FAQ: वैक्सीन लगवाने को लेकर हिचक?एक्सपर्ट से जानें सवालों के जवाब

FAQ:वैक्सीन लगवाने को लेकर हिचक?एक्सपर्ट से जानें सवालों के जवाब  

देवीना बक्शी
फिट
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कोरोना काल में वैक्सीन की खबर ही उम्मीद है. लेकिन अभी भी इस बारे में काफी संदेह हैं.
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कोरोना काल में वैक्सीन की खबर ही उम्मीद है. लेकिन अभी भी इस बारे में काफी संदेह हैं.
(फोटो: iStock)

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क्या मैं COVID वैक्सीन की सुरक्षा पर भरोसा कर सकता हूं?

क्या वाकई सभी को वैक्सीन लेने की जरूरत है?

क्या मैं वैक्सीन पर फैसला लेने से पहले 6 महीने तक इंतजार कर, पहले बाकी लोगों पर इसके असर को देख सकती हूं?

कोरोना काल में वैक्सीन की खबर ही उम्मीद है. लेकिन अभी भी इस बारे में काफी संदेह हैं. कई लोग हैं जो COVID वैक्सीन को लेकर आश्वस्त नहीं हैं. फिट ने वायरोलॉजिस्ट डॉ. शाहिद जमील से कोविड वैक्सीन पर हमारी चिंताओं को कम करने में मदद करने के लिए कुछ सामान्य सवाल पूछे.

वैक्सीन जल्द ही आने वाली है - इसे रिकॉर्ड समय में डेवलप किया गया है, ये दुनिया के इतिहास में सबसे तेजी से किया गया वैक्सीन का काम है. मैं कैसे निश्चिंत रहूं कि ये तेजी बिना किसी राजनीतिक दबाव के की गई है?

“हम इतिहास को देख रहे हैं,” डॉ. जमील कहते हैं. “ये पहली बार है जब वैक्सीन के कारण एक वैश्विक महामारी खत्म हो जाएगी. वे बहुत तेजी से डेवलप किए गए हैं, लेकिन उसके पीछे कुछ वजहें हैं. नंबर 1, आमतौर पर वैक्सीन को कई क्रम के तहत विकसित किया जाता है, जिसका मतलब है कि हर फेज के खत्म होने के बाद, अगला फेज शुरू होता है. COVID वैक्सीन के लिए, जानवरों पर टेस्टिंग के दौरान कई फेज 1 ट्रायल शुरू हुए और कई फेज 1 और फेज 2 ट्रायल्स साथ में हुए ताकि तेजी से काम हो सके.”

क्या इसका मतलब सुरक्षा को नजरअंदाज करना था?

“नहीं,” डॉ. जमील कहते हैं, “रेगुलेटरी अप्रूवल जिसमें महीनों लगते थे, वो फेज के बीच अब कुछ दिनों में मिल रहे हैं. किसी वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता इंसान के इम्यून सिस्टम पर निर्भर करता है, और ये एक सा ही रहता है, इसलिए सिर्फ प्रक्रियाओं को तेज किया गया है.”

  “हां, चिंता वास्तविक है क्योंकि हमने पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं किया है लेकिन मैं कह सकता हूं कि किसी सुरक्षा उपायों में कटौती नहीं की गई है. आप वैक्सीन पर अविश्वास नहीं कर सकते, वे सबसे किफायती सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय हैं. ”
डॉ. शाहिद जमील, वायरोलॉजिस्ट और डायरेक्टर, त्रिवेदी स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज- अशोका यूनिवर्सिटी
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हम कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं कि वैक्सीन एक विश्वसनीय और सुरक्षित इलाज होगा? शायद मैं 6 महीने तक इंतजार करूं और देखूं कि वैक्सीन लगने से पहले बाकी सभी लोगों पर कैसी प्रतिक्रिया होती है?

डॉ. जमील: “निश्चित रूप से, ये एक व्यक्तिगत चॉइस है, लेकिन वैक्सीन का असर 6 महीनों में कम नहीं होगा. आपको खुद तय करना होगा कि वैक्सीन लगवाने की कीमत COVID से संक्रमित होने की कीमत से कम है. अगर आप सुरक्षा के कारण द्वंद्व में हैं, तो ये एक गलत डर है. सवाल ये है कि क्या आपको 2 साल तक इंतजार करना चाहिए क्योंकि आज कोविड की वजह से बाहर जाने, काम पर जाने के लिए, रेस्तरां जाने के लिए- आप हमेशा खतरे में हैं और हम महामारी के बीच में हैं.”

मुझे वैक्सीन लेने की जरूरत नहीं है - हो सकता है कि बाकी 60% लोग वैक्सीन लगवा लें और मुझे हर्ड इम्युनिटी मिल जाए.

डॉ. जमील: “क्या गारंटी है कि आप इसे हासिल कर लेंगे? स्वीडन ने ये कोशिश की, वे हर्ड इम्युनिटी हासिल करना चाहते थे लेकिन अब उनके अस्पताल और आईसीयू भरे हुए हैं. ये वायरस काफी बुरा है क्योंकि आप वायरस से उबर सकते हैं लेकिन उसके बाद आपके सिस्टम पर पड़ने वाले इसके असर को हम अभी तक पूरी तरह से नहीं समझ सके हैं. वैक्सीन से होने वाले रिस्क COVID के रिस्क से बहुत कम हैं.”

(फोटो: iStockphoto)

मैं बाहर जाता रहता हूं, मुझे यकीन है कि मैं COVID-19 से संक्रमित होकर ठीक हो चुका हूं, मुझे वैक्सीन की जरूरत नहीं है.

डॉ. जमील: “इस तर्क में योग्यता है क्योंकि एक वैक्सीन आपको प्राकृतिक संक्रमण से मिलने वाली इम्युनिटी से बेहतर इम्युनिटी नहीं देगा. मेरी सलाह है कि एंटीबॉडी टेस्ट करवाएं और अगर आप एंटीबॉडी पॉजिटिव हैं तो वैक्सीन न लें.”

बहुत सारी दवाएं और इलाज हैं- जैसे HCQ या प्लाज्मा थेरेपी - जिससे मदद का दावा किया गया लेकिन बाद में उन्हें रिकॉल किया गया, तो मैं इस वैक्सीन पर कैसे भरोसा करूं?

डॉ. जमील: “रिकॉल की गई दवाओं और वैक्सीन के बीच एक बड़ा अंतर है. दवाओं में से कोई भी - हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन हो या रेमेडेसिविर- उनका डबल-ब्लाइंड तरीके से या बिना कंट्रोल टेस्ट किया गया था, हम उनकी प्रभावकारिता के बारे में कभी नहीं जान सकें और जब कंट्रोल ट्रायल हुए, तो वे अलग निकले. वैक्सीन के लिए सभी का टेस्ट हुआ है और डबल-ब्लाइंड तरीके से, कंट्रोल मैनर में किया जा रहा है, इसलिए वैक्सीन के जारी होने से पहले हम पहले उनकी प्रभावकारिता और सुरक्षा से अवगत हो सकते हैं.”

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