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पहले तो हम साफ कर दें कि शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है. अब बात करते हैं भारतीय मौसम विभाग (IMD) की शीत लहर के दौरान अल्कोहल सेवन नहीं करने की चेतावनी की.
उन्होंने संभावना जताई है कि 28 दिसंबर के बाद अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है और इसलिए शराब के सेवन को सीमित करने की सलाह दी गई है क्योंकि ये आपके शरीर के तापमान को कम कर सकता है.
लेकिन हमने हमेशा सुना है कि ठंड में व्हिस्की या ब्रांडी का सेवन हमें गर्म रखता है. है ना!
तो चलिए फिट इस बारे में आपको विस्तार से बता रहा है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक चेतावनी जारी कर उत्तर भारतीयों को शराब से दूर रहकर ठंड से बचने की सलाह दी है. IMD की भविष्यवाणियों के मुताबिक- हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों में 29 दिसंबर से गंभीर शीत लहर(Cold wave) की स्थिति देखी जा सकती है.
IMD के एडवाइजरी के मुताबिक प्रतिकूल मौसम फ्लू, सर्दी या नाक से खून आने, फ्रॉस्टबाइट की संभावना को बढ़ा सकता है.
आमतौर पर जैसे ही मौसम ठंडा होता है और हम आरामपरस्त हो जाते हैं और साथ में गरम अल्कोहलिक ड्रिंक का होना हमें ठंड से निजात का एक तरीका नजर आता है. लेकिन विशेषज्ञ इससे असहमत हैं.
अल्कोहल आपको गर्म महसूस करा सकता है, लेकिन ये असल में आपके शरीर के तापमान को कम करता है और आपके इम्युनिटी को कम करके आपको बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है. अगर आप ध्यान दें, तो शराब पीने से कंपकंपी भी कम हो जाती है - इसका मतलब है कि आप ये नोटिस नहीं करते कि ठंड कितनी है और पर्याप्त रूप से अपनी रक्षा नहीं कर पाते.
WebMD के मुताबिक, अल्कोहल आपको डिहाइड्रेट कर देता है और कंजेशन पैदा करता है.
जर्नल ऑफ वाइल्डरनेस मेडिसिन में छपी स्टडी के मुताबिक, शराब आपके शरीर के कोर टेंपरेचर को कम कर सकता है और ठंड में हाइपोथर्मिया की संभावना को बढ़ा सकता है.
इसलिए शराब पीना गर्म महसूस करने का तरीका नहीं होना चाहिए - ये कुछ पल के लिए मदद कर सकता है. लेकिन जैसा कि IMD ने चेतावनी दी है सर्दियों में सावधानी बरतने की जरूरत है. हालांकि, मामूली मात्रा में पीने से आपके शरीर के तापमान में काफी बदलाव नहीं होता है.
गर्मियों में भी शराब पीना हमेशा सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि ज्यादा अल्कोहल कंज्यूम करने से होने वाली डिहाइड्रेशन से आपके आंतरिक अंगों पर असर पड़ सकता है.
क्या आपको व्हिस्की, रम और गर्म पानी बिल्कुल नहीं पीना चाहिए? नहीं, ऐसा नहीं है, क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि हमारे शरीर के तापमान में कमी आमतौर पर बहुत ज्यादा ड्रिंक करने से होता है. मॉडरेट मात्रा में सेवन से हम गर्म महसूस करते हैं, लेकिन हमारे शरीर के कोर टेंपरेचर पर ज्यादा असर नहीं पड़ता.
तो सर्दियों में अपनी व्हिस्की का आनंद लें- लेकिन मॉडरेट मात्रा में!
शराब एक वेसोडाइलेटर है, जिसका मतलब है कि ये आपकी रक्त वाहिकाओं को फैलाने या पतला करने का कारण बनता है जिसके परिणामस्वरूप आपकी त्वचा की सतह से तेजी से गर्मी निकलती है. इसलिए जब आप इसे पीते हैं, तो आपकी त्वचा की सतह तक पहुंचने वाला खून बढ़ता है, जिससे आप गर्म महसूस करते हैं.
यहां तक कि जब आप पीते हैं तो पसीना भी आना शुरू हो जाता है- भले ही आपके आसपास वातावरण ठंडा हो. ये शरीर का तापमान कम होने पर शरीर द्वारा की गई प्रतिक्रिया है. ये खतरनाक है क्योंकि इसका मतलब है कि आपको पता ही नहीं चल पाता कि क्या आपका शरीर ठंडा है, यानी आपका शरीर आपके एनवायरमेंट को नहीं भांप पाता और इससे आपको प्राकृतिक रूप से ठंड और हाइपोथर्मिया से बचाने में सक्षम नहीं होगा.
सर्दियों में आमतौर पर बीमार पड़ने की संभावना ज्यादा होती है- और इस साल फ्लू का मौसम और भी अधिक चिंताजनक है क्योंकि पहली छींक के साथ ही हमारे मन में COVID का ख्याल आता है!
तो कैसे स्वस्थ रहें और सुनिश्चित करें कि हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है? यहां कुछ उपाय बता रहे हैं:
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