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अगर आप भारत में रहते हैं, तो आपको जापान या स्विट्जरलैंड में रहने वाले लोगों की तुलना में बुढ़ापे के नकारात्मक प्रभावों से ज्यादा जल्दी जूझना पड़ेगा. अपनी तरह के पहले वैज्ञानिक अध्ययन में ये बात कही गई है.
रिसर्चर्स ने पाया कि जापान में रहने वाले 76 वर्षीय व्यक्तियों और पापुआ न्यू गिनी में रहने वाले 46 वर्षीय लोगों में उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का स्तर समान है, जो एक औसत व्यक्ति को 65 की उम्र में होती हैं.
भारत आयु से संबंधित बोझ दर में 159वें पायदान पर है जबकि आयु से संबंधित बीमारी बोझ दर में उसका स्थान 138वां है.
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी की मुख्य लेखक एंजेला वाई चैंग ने कहा, "निष्कर्ष बुजुर्गों में जीवन प्रत्याशा को दिखाते हैं, जो आबादी के कल्याण के एक अवसर या एक खतरा हो सकते हैं. यह उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के आधार पर निर्भर करते हैं."
आयु से संबंधित समस्याएं जल्दी सेवानिवृत्ति, घटते जनबल और स्वास्थ्य खर्चे में वृद्धि की ओर ले जा सकती हैं.
अध्ययन में 1990 से 2017 तक की अवधि और 195 देशों और क्षेत्रों को कवर किया गया.
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Published: 12 Mar 2019,03:26 PM IST