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बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान को न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर है, उन्होंने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि क्या है न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर? और ये कितनी गंभीर बीमारी है.
क्या है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर लाइलाज यहां सुनिए
पहले ये आपको साफ-साफ बता दें कि इस बीमारी का ब्रेन ट्यूमर से कोई भी संबंध नहीं है. इरफान खान ने फैंस के लिए अपने मैसेज में भी कहा है,
दरअसल, एंडोक्राइन ट्यूमर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, यानी हार्मोन पैदा करने वाले शरीर के हिस्सों में ये ट्यूमर होता है.
अब जहां तक रही न्यूरो एंडोक्राइन ग्लैंड की बात, तो शरीर के एंडोक्राइन ग्लैंड्स में से ही एक है न्यूरो एंडोक्राइन ग्लैंड. जो बॉडी में हार्मोन रिलीज करने का काम करता है, और जब ये रिलीज जरूरत से ज्यादा होने लगता है तो वो ट्यूमर बन सकता है.
दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल, साकेत के निदेशक डॉक्टर जेडी मुखर्जी के मुताबिक, इसका इलाज गंभीर होता है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वो इरफान खान के केस को नहीं जानते, इसलिए कुछ कह नहीं सकते.
डॉक्टर मुखर्जी ने बताया कि ये जरूरी नहीं है कि हर ऐसा ट्यूमर कैंसर बन जाए. इसका इलाज ट्यूमर के साइज और उसके जगह को ध्यान में रखकर किया जाता है, ये एक रेअर बीमारी है.
इस बीमारी के कई प्रकार हैं, और ये शरीर के अलग-अलग हिस्सों में होता है. न्यूरोएडोक्राइन ट्यूमर पैंक्रियास, इंटेस्टाइन (आंत) और फेफड़े में हो सकता है. कभी-कभी ये ट्यूमर ही हार्मोन रिलीज करने लगता है और दिक्कत और बढ़ जाती है. इरफान खान ने ये जानकारी नहीं दी है कि उन्हें शरीर के किस हिस्से में ये बीमारी है.
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Published: 16 Mar 2018,04:33 PM IST