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इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) एक प्रभावी प्रक्रिया है, जिसने भारत में कई शादीशुदा जोड़ों की सहायता की है, जिन्हें गर्भधारण करने में कठिनाई होती है. तो, आप हैरान हो सकते हैं कि अगर इसे सफल माना जाता है, तो ये विफल क्यों हो जाता है?
हर मेडिकल प्रक्रिया में कभी भी सकारात्मक परिणाम का वादा नहीं किया जा सकता, आईवीएफ (IVF) का परिणाम कई कारकों पर निर्भर करता है. इसलिए आईवीएफ (IVF) उपचार के लिए जाने से पहले, अपने आईवीएफ (IVF) विशेषज्ञ से सलाह लें और समझें कि यह क्या करता है.
इस लेख में मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल के गायनेकोलॉजिस्ट और इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ डॉ हृषिकेश पाई, आईवीएफ (IVF) विफलता के कुछ कारणों पर चर्चा करेंगे और उनसे कैसे निपटा जा सके ये भी बताएंगे.
आईवीएफ (IVF) उपचार विफल हो गया यह जानने के बाद भी, आपको इस बारे में बहुत कम जानकारी होती है कि इस प्रक्रिया में क्या गलत हुआ. यह विभिन्न कारकों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं.
भ्रूण प्रत्यारोपण (Embryo transplantation):
एक भ्रूण जिसे सफलतापूर्वक फर्टिलाइजड किया गया है, मगर यूट्रस और ट्रांसप्लांटेशन पर कुंडी लगाने में वह विफल हो सकता है.
अनुकूल भ्रूण (friendly embryo) की कमी:
आईवीएफ (IVF) परीक्षण के दौरान, आपका डॉक्टर किसी भी काम में आने लयाक भ्रूण का पता नहीं लगा पाया, जिससे गर्भावस्था हो सकती है तो, यह प्रक्रिया रद्द हो सकती है.
अंडों को फर्टिलाइज करने में विफलता:
भ्रूण बनने से पहले ही अंडे शुक्राणु द्वारा फर्टिलाइज होने में विफल हो सकते हैं. यह अंडे या शुक्राणुओं की समस्या के कारण हो सकता है.
उच्च गुणवत्ता वाले अंडों की कमी:
भ्रूण के विकास के लिए अंडे उच्च गुणवत्ता के होने चाहिए. यदि स्वस्थ अंडे पर्याप्त रूप से प्राप्त नहीं होते हैं, तो भ्रूण के बनने की संभावना बहुत कम होती है.
फॉलिकल्स की अपर्याप्त संख्या
यह आईवीएफ (IVF) विफलता का एक रूप है, जो महिला साथी के अंडे एकत्र करने से पहले होता है. आईवीएफ जारी नहीं रह सकता है, यदि अंडे की अपर्याप्त संख्या है. बेहतर सफलता के लिए अंडे एकत्र करने के लिए और चक्रों की आवश्यकता हो सकती है.
आईवीएफ विफलता मामलों के कारणों को पहले समझना जरुरी है. जिससे आप जल्द से जल्द सामान्य हो सकते हैं. कुछ चीजें जो आप आईवीएफ (IVF) विफलता से निपटने के लिए कर सकते हैं, जैसे कि:
उन गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करें, जिनका आप आनंद लेते हैं
उन सभी चीजों की एक सूची बनाएं, जिन्हें आप करना पसंद करते हैं और वह सब करने की कोशिश करें. अपने माता-पिता के साथ रोड ट्रिप करें, स्वादिष्ट भोजन खाएं और जो चाहें वो करें. अपने दुख से खुद को बाहर निकालने का प्रयास करें.
बातचीत करें
अधिकांश महिलाएं आईवीएफ (IVF) विफलताओं का अनुभव करती हैं. उनके साथ जुड़ना, चाहे ऑनलाइन फोरम के माध्यम से हो या आमने-सामने की बैठक के माध्यम से, आपको अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने में मदद करेगा. आपको कोई ऐसा दोस्त भी मिल सकता है, जो आपकी स्थिति को जानता हो और आपको प्रोत्साहित कर सके. यह संभव है कि अपनी भावनाओं को व्यक्त करने से आप बेहतर महसूस करेंगे.
स्व-उपचार का प्रयास करें
आईवीएफ (IVF) के दौरान शरीर कई बदलावों से गुजरता है और अब इसे वापस सामान्य हो जाना चाहिए. आपकी पहली माहवारी को आने में कुछ दिन लग सकते हैं, क्योंकि आपके मासिक धर्म चक्र को खुद को रीसेट करने की आवश्यकता होती है. जब आपका मासिक धर्म आए तो खुश रहें, यह इस बात का संकेत है कि आपका शरीर अच्छी स्थिति में है. एक्यूप्रेशर या अन्य विश्राम तकनीकों का उपयोग करके अपने मन और शरीर को आराम दें.
लंबी अवधि की रणनीति बनाएं
विभिन्न प्रजनन पृष्ठों और ब्लॉगों के साथ-साथ फोरम में अलग-अलग वार्तालापों को देखने से आपको अपने लिए उपलब्ध विकल्पों की स्पष्ट समझ प्राप्त करने में मदद मिलेगी. यह आपको अन्य समाधान विफल होने पर कार्रवाई के तरीके को तैयार करके भविष्य की ओर देखने में मदद करता है.
अपनी असफलताओं के लिए खुद को दोष देना बंद करें
आईवीएफ (IVF) की सफलता कई कारकों पर निर्भर करती है. गर्भधारण न कर पाने का पूरा बोझ आपको नहीं उठाना चाहिए.
भले ही आपको यह समझ में न आए कि स्वस्थ भ्रूण के साथ आईवीएफ (IVF) क्यों विफल हो जाता है, फिर भी यह आपको दोबारा कोशिश करने से नहीं रोकना चाहिए. पहली आईवीएफ (IVF) विफलता के बाद खुद को आराम करने का समय दें और अपने डॉक्टर से जांच कराएं. आपके शरीर के सामान्य होने के बाद और आप स्वस्थ सामाजिक और भावनात्मक स्थिति में होने के बाद फिर से कोशिश करें, तो यह सबसे अच्छा होगा.
जब आईवीएफ (IVF) विफल हो जाता है, तो कई जोड़े यह पता लगाने के लिए संघर्ष करते हैं कि आगे क्या करना है. लक्ष्य खुद को दोष देने के बजाय परिणामों पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए. इसलिए, एक गहरी सांस लें और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा करें.
(यह लेख डॉ हृषिकेश पाई, कन्सल्टंट गायनकॉलिजस्ट एंड इन्फ़र्टिलिटी स्पेशलिस्ट, लीलावती हॉस्पिटल-मुंबई, डी वाई पाटिल हॉस्पिटल-नवी मुंबई, फोर्टिस हॉस्पिटल, दिल्ली-गुड़गाँव ने फिट हिंदी के लिए लिखा है.)
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