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Karnataka Hookah Bar Ban: कर्नाटक में हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाया जाएगा, राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने मंगलवार, 19 सितंबर को युवा अधिकारिता और खेल मंत्री बी नागेंद्र के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस में इसकी घोषणा की.
सरकार शैक्षणिक संस्थानों (educational establishment), पूजा स्थलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, पार्कों और सार्वजनिक कार्यालयों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की भी योजना बना रही है.
हुक्का बैन होने से क्या फायदा होगा? हुक्का कैसे युवाओं को नुकसान पहुंचाता है? आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से.
राज्य विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में सरकार सिगरेट और दूसरे तंबाकू उत्पाद अधिनियम में संशोधन करके ये बदलाव लाने की योजना बना रही है.
प्रेस कांफ्रेंस में राव ने कहा कि बेंगलुरु में बिना लाइसेंस वाले हुक्का बार खुल गए हैं और युवाओं के लिए "तंबाकू की लत" का केंद्र बन गए हैं.
उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी कहा,
इसी साल पारित एक बिल में तमिलनाडु सरकार ने भी राज्य में हुक्का बार पर प्रतिबंध लगा दिया है.
डॉ. विकास मौर्य फिट हिंदी से कहते हैं, "हुक्के के अंदर तंबाकू, निकोटीन और दूसरे कई टॉक्सिक पदार्थ होते हैं, जो कि हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. ये हमारे शरीर के सारे अंगों पर बुरा असर डालते हैं. दिल, फेफड़े, पेट, रिप्रोडक्टिव सिस्टम, ब्रेन, पैंक्रियाज, किडनी, लिवर सब पर ये असर करते हैं. शरीर में कैंसर का कारण बनते हैं. इस बैन से कई लोगों का हेल्थ खराब होने से बच सकता है."
लंग फंक्शन कम कर देता है. काला दमा, निमोनिया, इन्फेक्शन और आगे जा कर लंग कैंसर का भी कारण बन सकता है. हार्ट अटैक, हार्ट रिथम को गड़बड़ा सकता है, स्ट्रोक का कारण बन सकता है. इसकी वजह से पढ़ने-लिखने की क्षमता भी कम हो सकती है. ओरल कैंसर के मामले इसकी वजह से बढ़ते हैं.
युवाओं में तंबाकू का सेवन करना लाइफस्टाइल का हिस्सा बनता जा रहा है. कब बस एक बार ट्राई करने के नाम पर शुरू की गई बात आदत बन जाती है, पता नहीं चलता. कभी फैशन में तो कभी दोस्तों के सामने कूल लगने के चक्कर में युवा पीढ़ी इसका शिकार बनते जा रही है.
डॉ मनोज गोयल ने बताए तंबाकू छोड़ने में मदद करने वाले कुछ उपाय:
दृढ़ संकल्प
परिवार का साथ मिले
ध्यान, योग और एक्सरसाइज करें
मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट की सहायता लें
कुछ निकोटीन (nicotine) की दवाएं आती हैं, जो डॉक्टर की सलाह से ली जाती हैं
एक्सपर्ट्स के अनुसार, हुक्का को बैन करना बहुत ही अच्छा फैसला है.
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