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दिवाली के बाद से ही दिल्ली की हवा ने लोगों को परेशान कर दिया है. बुधवार, 30 अक्टूबर को हवा 'खतरनाक' स्थिति में पहुंच गई है. हवा की रफ्तार में कमी की वजह से राष्ट्रीय राजधानी गैस चैंबर में तब्दील हो गई है. सफर इंडिया के मुताबिक, दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 423 के साथ गंभीर स्थिति में है, जो इस सीजन का सबसे अधिक है.
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने तस्वीरें शेयर कर दिल्ली में प्रदूषण की हकीकत दिखाई. अधिकतर पोस्ट में यूजर्स ने दो तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिसमें एक में साफ आसमान दिख रहा है, वहीं एक में स्मॉग के कारण धुंध छाई हुई है.
एक यूजर ने लिखा, ‘लगातार तीसरा दिन और सूरज नहीं निकला. हम सभी मास सुसाइड मिशन पर हैं.’
एक ने लिखा, ‘आज सूरज देखना भी एक स्ट्रगल था.’
लोगों ने पूछा है कि हवा को बेहतर करने के लिए सरकार कुछ कर क्यों नहीं रही है?
एक यूजर ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को टैग करते हुए लिखा, ‘कैसे अपने काम पर निकलूं? ये दिल्ली मुझे नहीं चाहिए. इसके बारे में कुछ करिए.’
एक यूजर ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा, ‘हर साल हम दिल्ली में स्मॉग की परेशानी झेलते हैं जिसमें सांस लेना भी मुश्किल है. नरेंद्र मोदी सर, प्लीज कुछ करिए. हमें साफ हवा चाहिए, नहीं तो दिल्ली-एनसीआर में कोई नहीं रहेगा.’
एक यूजर ने नोएडा की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘इस गैस चैंबर के बारे में कुछ करिए. कुछ भी आगे कैसे बढ़ेगा अगर कोई सांस ही नहीं ले पाएगा तो?’
दिल्ली में एयर क्वॉलिटी के इस खतरनाक स्तर पर जाने के लिए पटाखों के अलावा हरियाणा और पंजाब में जलाई जाने वाली पराली भी जिम्मेदार है. किसान लगातार पराली जला रहे हैं, जिसका धुआं हवा के जरिए दिल्ली-एनसीआर तक पहुंच रहा है.
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