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लखनऊ के एक शख्स अभिषेक मिश्रा को ट्विटर पर ट्रोल किया गया. उसने एक ट्वीट किया था कि उसने ओला कैब इसलिए कैंसिल कर दी, क्योंकि ड्राइवर मुस्लिम था.
अभिषेक अपने ट्विटर बायो में विश्व हिंदू परिषद का सदस्य होने का दावा करते हैं. साथ ही ये बताते हैं कि वे हिंदुत्व विचारक भी हैं.
ट्वीट करने के तुरंत बाद लोगों ने यह कहते हुए जवाब देना शुरू कर दिया कि उन्हें किसी भी कार या कैब में यात्रा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि तेल मुस्लिम मध्य-पूर्वी देशों से इंपोर्ट किया जाता है.
खुद को बैकफुट पर आता देख अभिषेक ने ट्वीट हटा दिया. ट्विटर पर उसके करीब 14 हजार फॉलोअर हैं.
लेकिन अभिषेक के ट्वीट के बाद कई लोगों ने कैब केंसिल करने को लेकर अजीबो-गरीब कारण ट्वीट करना शुरू कर दिया. ट्विटर पर कुछ लोग अभिषेक का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कई लोगों ने आलोचना की है. उनमें से कुछ ऐसे भी थे, जो अपने ट्वीट के जरिए ये समझाने की कोशिश कर रहे थे कि ड्राइवर के नाम के आधार पर कैब कैंसिल करना कितना हास्यास्पद है. ये रहे कुछ नमूने:
“कैब कैंसिल की, क्योंकि ड्राइवर का नाम विकास था और उसके आने की उम्मीद थी नहीं मुझे”
“कैब कैंसिल की, क्योंकि ड्राइवर का नाम केजरीवाल था और वो जगह पर पहुंचने से पहले ही यू-टर्न ले लेता”
“कैब कैंसिल की, क्योंकि ड्राइवर का नाम योगी था, मुझे भी भगवा रंग से रंग देता तो?”
“कैब कैंसिल की, क्योंकि ड्राइवर का नाम कपिल मिश्रा था, क्या पता नौटंकी बीच में ही बेहोश हो जाता?”
“कैब कैंसिल की, क्योंकि ड्राइवर का नाम रोहित शेट्टी था, कहीं कार ही ब्लास्ट न कर दे”
मजे लेने के साथ-साथ कई यूजर्स ने अभिषेक की जमकर आलोचना की है.अभिषेक का यह ट्वीट इतना वायरल हो गया कि यह बहस का मुद्दा बन गया है. कुछ लोगों ने ओला कैब से अभिषेक मिश्रा को बैन करने के लिए कहा है.
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