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Independence Day 2023: भारत आज से चार दिन बाद अपनी आजादी का 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है. स्वतंत्रता दिवस का दिन भारत में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है. हमारे देश की आजादी हासिल करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने जो संघर्ष किया, उसे याद करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है.
इस दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले (Red Fort) की प्राचीर से राष्ट्र ध्वज (National Flag) फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे वहीं सभी राज्यों में विधानसभा से लेकर देश के सरकारी कार्यालयों में राष्ट्र ध्वज फहराया जाएगा.
हर साल स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने की एक खास थीम तय की जाती हैं, इसी कढ़ी में इस साल की थीम ‘राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम' (Nation First, Always First) रखी गई है. जिसके अनुसार हम भारतीयों को एकजुट होकर राष्ट्र को सर्वोपरी रखते हुए आगे बढ़ना है.
भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता साल 1947 में मिली थी. भारत में ब्रिटिश शासन साल 1757 में शुरू हुआ, जब अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) ने उपमहाद्वीप पर अपने नियंत्रण का प्रयोग करना शुरू कर दिया थी.
कंपनी को 1857-58 में भारतीयों के अपने पहले बड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा, जिसे अक्सर भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है. लगभग 100 वर्षों तक शासन करने के बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह प्रत्यक्ष ब्रिटिश क्राउन शासन ने ले ली.
बाद में, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन 20वीं सदी की शुरुआत में फिर से शुरू हुआ. कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के हाथों अपनी जान गंवाई. महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, बीआर अंबेडकर और कई अन्य लोगों के नेतृत्व में लोग भारत के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बनने लगे, आखिर में 15 अगस्त 1947 में भारत को आजादी मिली.
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