Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Lifestyle Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Children's Day 2023: बाल दिवस पर पंडित जवाहर लाल नेहरू के 10 प्रेरणादायी विचार

Children's Day 2023: बाल दिवस पर पंडित जवाहर लाल नेहरू के 10 प्रेरणादायी विचार

बाल दिवस हर साल जवाहरलाल नेहरू की जयंती यानी 14 नवंबर को मनाया जाता है.

क्विंट हिंदी
लाइफस्टाइल
Published:
<div class="paragraphs"><p>Children's Day 2023:  बाल दिवस पर जवाहरलाल नेहरू के 10 प्रेरणा देने वाले कोट्स</p></div>
i

Children's Day 2023: बाल दिवस पर जवाहरलाल नेहरू के 10 प्रेरणा देने वाले कोट्स

(फोटो: आईस्टॉक)

advertisement

बाल दिवस हर साल जवाहरलाल नेहरू की जयंती (Pandit Jawaharlal Nehru) यानी 14 नवंबर को मनाया जाता है. यह एक विशेष दिन है जो बच्चों के अधिकारों और शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ 'चाचा नेहरू' की याद के लिए मनाया जाता है.

भारत में बाल दिवस जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर मनाया जाता है क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था और उनका मानना था कि बच्चे भारत का भविष्य हैं. उनका प्यार से पालन-पोषण करना चाहिए. बच्चे भी उनसे बहुत प्यार करते थे और प्यार से उन्हें 'चाचा नेहरू' कहकर बुलाते थे.

पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद इसे उनके जन्मदिन पर कर दिया गया.

इस स्टोरी में हमने भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के कुछ प्रेरणादायक और सुंदर विचारों को इकठ्ठा किए हैं, जिन्हें आप बच्चों के साथ शेयर कर सकते हैं और उन्हें बाल दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

बाल दिवस पर जवाहरलाल नेहरू के 10 विचार

"हो सकता है कि मेरे पास बड़ों के लिए समय न हो, लेकिन मेरे पास बच्चों के लिए पर्याप्त समय है."
जवाहर लाल नेहरू
"आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. जिस तरह से हम उनका पालन-पोषण करेंगे वही देश का भविष्य तय करेगा."
जवाहर लाल नेहरू
"केवल सही शिक्षा के माध्यम से ही समाज की बेहतर व्यवस्था का निर्माण किया जा सकता है."
जवाहर लाल नेहरू
"बच्चे बगीचे की कलियों की तरह हैं और उनका सावधानीपूर्वक और प्यार से पालन-पोषण किया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश का भविष्य और कल के नागरिक हैं."
जवाहर लाल नेहरू
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
"एक यूनिवर्सिटी मानवतावाद, सहिष्णुता, तर्क, विचारों के साहसिक कार्य और सत्य की खोज के लिए खड़ा होता है."
जवाहर लाल नेहरू
"दुनिया भर में बच्चों की विशाल सेना, बाहरी तौर पर अलग-अलग तरह के कपड़े, और फिर भी एक-दूसरे से बहुत मिलते-जुलते हैं. यदि आप उन्हें एक साथ लाते हैं, तो वे खेलते हैं या झगड़ते हैं, लेकिन उनका झगड़ा भी एक तरह का खेल है. वे आपस में मतभेदों, वर्ग, जाति, रंग या स्थिति के अंतर के बारे में नहीं सोचते हैं. वे अपने पिता या माता से अधिक बुद्धिमान हैं."
जवाहर लाल नेहरू
"जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, दुर्भाग्य से, उनकी प्राकृतिक स्वतंत्रता अक्सर बड़ों की शिक्षा और व्यवहार से ग्रहण हो जाती है. स्कूल में, वे कई चीजें सीखते हैं, जो निस्संदेह उपयोगी हैं, लेकिन वे धीरे-धीरे मानवीय, दयालु और चंचल होने की उस आवश्यक चीज को भूल जाते हैं. अपने और दूसरों के जीवन को समृद्ध बनाएं."
जवाहर लाल नेहरू
"समय को वर्षों के बीतने से नहीं मापा जाता है, बल्कि इससे मापा जाता है कि कोई क्या करता है, क्या महसूस करता है और क्या हासिल करता है."
जवाहर लाल नेहरू
"किसी महान उद्देश्य में निष्ठावान और कुशल कार्य, भले ही उसे तुरंत मान्यता न मिले, अंततः फल देता है."
जवाहर लाल नेहरू
"शिक्षा का उद्देश्य समग्र रूप से समुदाय की सेवा करने की इच्छा पैदा करना और प्राप्त ज्ञान को न केवल व्यक्तिगत बल्कि सार्वजनिक कल्याण के लिए लागू करना था."
जवाहर लाल नेहरू

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT