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घूमने-फिरने के लिए शिमला जाना पसंद करने वाले लोगों की कमी नहीं है. सर्दियों में जब हिमाचल प्रदेश की राजधानी बर्फ की चादर से ढका होती है, तो इसकी खूबसूरती देखने लायक होती है.
हालांकि, जब शिमला जैसे खूबसूरत स्थान को भूत-प्रेतों की कहानियों को जोड़ा जाता है, तो थोड़ा अटपटा लगता है. बता दें कि शिमला में कुछ जगहें हैं, जो बेहद डरावनी मालूम पड़ती हैं. बर्फीली पहाड़ियों के बीच डरावने अनुभव भी गड़े हुए हैं, जिन्हें जानकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं.
अगर आप भी वीकेंड में शिमला जाने का प्लान बना रहे हैं, तो ऐसी जगहों के बारे में जान लीजिए.
Tunnel-33 शिमला की सबसे डरावनी जगहों में से एक है. सुरंग 33 के निर्माण की जिम्मेदारी ब्रिटिश इंजीनियर के कैप्टन Barog को सौंपी गई थी. Barog का यह काम विफल रहा था और उन्हें इसके लिए दंडित और अपमानित किया गया था. शर्मिंदगी न झेल पाने के कारण Barog ने आत्महत्या कर ली थी.
स्थानीय लोगों का मानना है कि कैप्टन Barog की आत्मा अभी भी सुरंग में घूमती हैं. कहा जाता है कि कई बार लोगों को एक महिला ट्रेन की पटरी पर भी चलती दिखाई देती है, फिर वह गायब हो जाती है.
शिमला के हरे-भरे पहाड़ों के ऊपर Charleville हवेली स्थित है. यह ब्रिटिश काल में बना एक सुनसान महल है, जिसे एक ब्रिटिश अधिकारी Vactor Bayley और उसकी पत्नी का घर था. इससे पहले यहां सेना का एक अधिकारी रहता था.
दोनों ही फैमिली ने हवेली में अजीबोगरीब घटना होने का जिक्र किया था. उनके मुताबिक, एक ब्रिटिश इंसान जो दिखाई देता था और फिर गायब हो जाता था. घर में कई बार चीजें अचानक टूट जाती थीं.
वर्तमान में इस हवेली को एक भारतीय ने खरीदा है. हवेली को फिर से सजाया गया है.
Jesus & Mary कॉन्वेंट स्कूल होने के साथ ही भयानक कहानियों के लिए भी जाना जाता है. हालांकि, ज्यादातर बातें अफवाहें मालूम होती हैं. कहा जाता है कि शुक्रवार का दिन था और 13 तारीख थी, उस दिन एक बिना सिरवाला घुड़सवार आया था, जो एक लड़की को गुलाब का फूल देता है और मना करने पर उसे अपने साथ ले जाता है.
वहीं, स्कूल के प्ले ग्राउंड को लेकर कहा जाता है कि यहां पहले कब्रिस्तान था. कहा जाता है कि एक लड़की की आत्मा है, जो हमेशा अपनी गुड़िया के लिए पूछती है. साल 2012 में एक दर्दनाक घटना हुई, जब कक्षा 4 के दो लड़कियों को मृत पाया गया. परिवार का दावा था कि शिक्षकों के मानसिक उत्पीड़न के कारण बच्चों ने जान दे दी. स्थानीय लोगों का दावा है कि आज भी उन दोनों बच्चों की रूह घूमती है.
इंदिरा गांधी मेडिकल स्कूल भी शिमला के भूतिया स्थानों में से एक है. कई बार यहां के मरीजों, परिजनों और डॉक्टरों ने लिफ्ट, गलियारों में अजीबोगरीब घटना होने की शिकायत की है.
स्थानीय लोगों का मानना है कि अस्पताल में मृत्यु होने वाले लोगों की आत्माएं यहां घूमती हैं.
दुखानी हाउस शिमला की सुंदर पहाड़ियों पर मौजूद एक घर है. यह घर एक बूढ़े आदमी की मौत को नहीं भूल पाया है. कहा जाता है कि इस घर में एक बूढ़े आदमी की मौत का साया है. जो सफेद फटे कपड़े पहने हुए है. ऐसा कहा जाता है कि इस बूढ़े आदमी ने खुद को गोली मार ली थी.
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