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कोई डॉक्टर, कोई वैज्ञानिक, कोई लेखक, कोई फिल्म मेकर...सबकी अपनी-अपनी काबिलियत है, लेकिन एक शख्स है जिसकी इन सबके बनने में भूमिका है, वो हैं इनके टीचर. जिसे अच्छा टीचर मिला उसकी नैया पार समझिए. कबीर तो गुरु को भगवान से भी ऊपर का दर्जा देते हैं.
गुरु गोबिंद दोऊ खड़े, का के लागूं पाय
बलिहारी गुरु आपणे, गोबिंद दयो मिलाय।
इसलिए हमारे देश में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teachers' Day) के दिन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है. इस साल 44 शिक्षकों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सम्मानित कर रहे हैं. इनमें 9 महिला शिक्षक हैं. ये कौन लोग हैं, इन्होंने ऐसा क्या खास काम किया? ये सब यहां पढ़िए.
ममता पालीवाल हरियाणा के भिवानी में स्थित कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में गणित की प्रोफेसर के रूप में कार्य कर रही हैं. उनका कहना है कि मेरी गणित में रुचि के कारण ही यह पुरस्कार प्राप्त हो रहा है. ममता बच्चों को सरल तरीके से गणित पढ़ाने का प्रयास करती हैं, जिसके लिए वो अपने घर पर भी अलग से मेहनत करती हैं और खुद से फॉर्मूला गेम्स भी बनाती हैं.
हिमाचल प्रदेश के कंडाघाट जिले में स्थित गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल कमल किशोर शर्मा विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं. बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ उन्होंने स्कूल के लिए भी कड़ी जद्दोजहद की है. जिस जमीन पर स्कूल बना है उसके कई हिस्सेदार थे, जिससे कोई निर्माण कार्य नहीं पा रहा था. कमल किशोर ने हिस्सेदारों के घर-घर जाकर जमीन को स्कूल के नाम करने और स्कूल के लिए फंड इक्ट्ठा करने का काम किया. इतना ही नहीं कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने बच्चों के घर-घर जाकर पढ़ाई के बारे में बात की और विद्यार्थियों की समस्याओं को हल करने का प्रयास किया.
जगत सिंह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के मनेला में स्थित गवर्नमेंट प्राइमरी हाईस्कूल में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं.
विपिन कुमार दिल्ली के सेक्टर-11 में स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय में उप प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं और बच्चों को बेहद फिक्र के साथ पढ़ाते हैं. उन्होंने कोचिंग न पढ़ सकने वाले बच्चों की मदद भी की है. उन्होंने बताया कि तैयारी कर रहे छात्रों में जो कोचिंग नहीं पढ़ सकने की स्थिति में थे, उन बच्चों को मैंने कोर्स के लिए जरूरी स्टडी नोट्स और गाइडेंस देने की कोशिश की, जिससे एक वर्ष में हमारे स्कूल से 35 छात्रों ने जेईई मेन्स और नीट की परीक्षा में सफलता प्राप्त की. उन्होंने दिल्ली सरकार के स्कूल की टीम का मॉस्को में आयोजित किए गए चौथे ओलंपियाड में नेतृत्व भी किया है. वहां पर उनके छात्रों ने कांस्य पदक भी जीता था.
दीपक जोशी राजस्थान के बीकानेर में स्थित गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाते हैं.
जय सिंह राजस्थान के राजगढ़, झुंझूनू के गवर्नमेंट सेकेण्डरी स्कूल में सीनियर फिजिकल टीचर के पद पर कार्यरत हैं.
विनीता राठोड़ गुजरात के राजकोट वेस्ट जोन में स्थित विनोबा भावे स्कूलमें प्रधानाध्यापिका के पद पर काम कर रही हैं.
अशोक कुमार गुजरात कक्ष के भुज में स्थित हितेन ढोलकिया विद्यालय पढ़ाते हैं.
शक्ति पटेल मध्यप्रदेश के मंडला में स्थित गवर्नमेंट हाईस्कूल में माध्यमिक शिक्षक के तौर पर कार्य कर रहे हैं. छात्रों के बारे में सोचने के कारण वो क्षेत्र में काफी चर्चित हैं. उन्होंने छात्रों में नवाचार लाने के लिए काफी प्रयास किया है. उनका बच्चों से आग्रह रहता है कि रटने से बेहतर चीजों को समझना चाहिए, अपनी कल्पना शक्ति का भरपूर प्रयोग करना चाहिए, ऐसा कोई विषय नहीं है जो कठिन हो. उनका कहना है कि जब हम विषय में रुचि लेते हैं तो वो आसान लगने लगता है.
हिरदास शर्मा बिहार में कैमूर जिले के रामगढ़ डहरक स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में कार्यवाहक प्रधानाध्यापक हैं. हरिदास शर्मा को जिले स्तर पर भी सम्मानित किया जा चुका है.
कैमूर जिले के DPO S.A.S. Akshay Pandey ने बताया कि 2019 में तत्कालीन डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने प्रधानाध्यापक हरिदास शर्मा को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से नवाजा था. इसके बाद 2020 में उन्हें कोरोना महामारी के दौरान ग्लोबल टीचर का अवार्ड भी दिया जा चुका है.
चंदना दत्त बिहार के मधुबनी जिले के रांटी स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में 17 सालों अंग्रेजी पढ़ा रही हैं. स्थानीय स्तर पर लड़कियों की शिक्षा पर उन्होंने काफी अच्छा काम किया है. अल्पसंख्यक वर्ग की बेटियों को विद्यालय नहीं भेजा जाता था, उन्होंने घर-घर जाकर लोगों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया और छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उठाई. आज स्थिति काफी हद तक बदल चुकी है, अब अल्पसंख्यक वर्ग से लगभग 50 फीसदी लड़कियों की बढ़ोतरी हुई है.
अशोक कुमार उड़ीसा के भद्रक में स्थित जिला गवर्नमेंट स्कूल में बच्चों को शिक्षा देते हैं.
अजीत कुमार उड़ीसा छत्रपैरगंजम स्थित गवर्नमेंट यूपीएस कनामना स्कूल में एक्टिंग हेड टीचर के पद पर कार्य कर रहे हैं.
हरिस्वामी दास पश्चिम बंगाल के इंग्लिश बाजार माल्डा स्थित सेवानगर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक के तौर पर कार्य कर रहे हैं.
संजीव शर्मा जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के इखनी प्राइमरी स्कूल में शिक्षक हैं. इन्होंने स्थानीय स्तर पर शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया है. कम छात्र होने की वजह से जब स्कूल बंद होने की स्थिति में आ चुका था तो इन्होंने काफी जद्दोजहद की. अब स्कूल में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है और आलम ये है कि यही स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर मिसाल बन चुका है. यह संजीव शर्मा के प्रयास और ग्रामीणों के सहयोग से संभव हो सका है.
मुहम्मद अली लद्दाख के कारगिल में स्थित गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में पढ़ाते हैं और स्कूल के हेडमास्टर भी हैं. इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है. अली ने कोरोना महामारी के दौरान जिले में शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया. उन्होंने दूर दराज इलाकों में रहने वाले छात्रों की पढ़ाई का ख्याल रखते हुए उनकी शिक्षा की बेहतरी के लिए काम किया.
तृप्ति उत्तर प्रदेश के रामपुर शहर में स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में सामाजिक विषय की सहायक अध्यापिका के तौर पर कार्य कर रही हैं. वो लगभग 9 वर्षों से शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. शिक्षा क्षेत्र में नवोन्मेषी गतिविधियों के कारण उन्हें इस सम्मान के चुना गया है.
राज्य अध्यापक पुरस्कार और औरैया रत्न से सम्मानित मनीष कुमार उत्तर प्रदेश के औरैया के शिवगंज में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में विज्ञान के शिक्षक हैं. मनीष ने शिक्षा के क्षेत्र अहम योगदान दिया है. उन्होंने छात्र-छात्राओं के लिए यंग चेंजमेकर्स और बाल अचीवर जैसी मुहिम चलाई. इसके अतिरिक्त उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी काम किया.
उन्होंने बच्चों की मस्ती और लर्निंग के उद्देश्य से साइंस पार्क बनाने का काम शुरू किया है. इसके पहले कानपुर मंडल में ऐसा कोई पार्क नहीं था जिसमें बच्चे खेलने-कूदने के साथ कुछ सीख सकें. इसका नाम उन्होंने एस-पार्क रखा है, जिसका मतलब साइंस पार्क है.
सुरुचि गांधी दिल्ली के सेक्टर-12 द्वारका में स्थित बाल भारती पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल हैं. वो इस बात पर जोर दे रही थीं कि बच्चों को रटने से दूर रहने की जरूरत है. उनका स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों से ये आग्रह रहता है कि एक शिक्षक को अन्य बातों के अलावा एक परामर्शदाता, सह-शिक्षक, सूत्रधार व चित्रकार होना चाहिए, क्योंकि उससे बच्चों को समग्र रूप से विकसित होने की प्रेरणा देने की उम्मीद की जाती है.
अचाला वर्मा राजस्थान के झुंझूनू में स्थित बिरला बालिका विद्यापीठ अध्यापिका हैं.
मैथ्यू केरल के तिरुवंतपुरम् में सैनिक स्कूल के शिक्षक पद पर कार्यरत हैं.
प्रमोद कुमार छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं.
फैसल केरल के एर्नाकुलम् में स्थित के विद्यालय पट्टोम में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं.
दुदा सोरा अरुणांचल प्रदेश के वेस्ट सिआंग में स्थित गवर्नमेंट अपर प्राइमरी स्कूल के हेड टीचर के पद पर कार्य कर रहे हैं.
Ms.Swadesuno Zao नागालैण्ड के कोहिमा में स्थित जी.एम.एस. दखामा स्कूल में हेड टीचर के पद पर कार्य कर रही हैं.
निंगमेरो मणिपुर के उखरुल में स्थित उखरुल हाईयर सेकेण्डरी स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं.
37 वर्षीय प्रेमदास छेत्री मौजूदा वक्त में राजधानी गंगटोक के ताशी नामग्याल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भौतिक विज्ञान के अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं, जो दक्षिण सिक्किम के निया ब्रूम क्षेत्र के निवासी हैं.
मिंगमा शेरपा उत्तर सिक्किम के लोअर जंगू में स्थित लूम प्राथमिक पाठशाला में हेड टीचर के पद पर कार्यरत हैं. यह स्कूल शहर से दूर ग्रामीण इलाके में स्थित है.
श्रीमती जसिंता मिजोरम के सरछिप इलाके में स्थित A&M Grandchild School में हेड टीचर के तौर पर कार्य कर रही हैं.
सिबसंकर पाल त्रिपुरा के वेस्ट जोन में स्थित पंदाबपिर हाईस्कूल के हेड टीचर के पद पर कार्य कर रहे हैं.
कंगकन किशोर असम के ईस्ट जोहरत में स्थित बमुनपुखुरी हाईस्कूल में शिक्षक हैं.
बिनादा असम के बेक्सा में स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापक के पद पर कार्य कर रहे हैं.
मनोज कुमार झारखण्ड के जमशेदपुर ईस्ट में स्थित हिन्दुस्तान मित्रमण्डल मिडिल स्कूल बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं. कोरोना के समय शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए उनको पुरस्कार की इस सूची में शामिल किया गया है. मनोज बच्चों को प्रकृति के बीच जाकर पढ़ाते हैं, बच्चों को बाजार ले जाते हैं. घर के सामान से रुचिकर तरीके से बच्चों को गणित पढ़ाते हैं.
प्रसाद भास्करन केरल के थ्रिसुर स्थित GLPS वारावूर स्कूल में हेड टीचर के पद पर कार्य कर रहे हैं.
कोनाठाला फानी आंध्र प्रदेश के लिनगर्जूपलम इलाके में स्थित जिला परिषद हाईस्कूल में शिक्षक हैं.
मुनि रेड्डी आंध्र प्रदेश के चित्तौड़ में स्थित ZP HighSchool में शिक्षक हैं.
रंगईअह केदारला तेलंगाना के कुमुरम आसिफाबाद में स्थित MPPS Sawarkheda Kerameri स्कूल में पढ़ाते हैं.
रामस्वामी पय्यावुला तेलंगाना के सिद्दीपेट स्थित ZP HighSchoo में हेड टीचर के पद पर कार्य कर रहे हैं.
नगाराजा सीएम कर्नाटक के बंग्लौर में स्थित गवर्नमेंट हाईस्कूल अध्यापक हैं.
आशा देवी तमिलनाडु के मणिकंडम तिरुचिराप्ल्ली के पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल में हेड टीचर के पद पर कार्यरत हैं.
ललिता डी. तमिलनाडु के इरोड में स्थित गवर्नमेट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्य कर रही हैं.
खुर्शीद कुतुबुद्दीन शेख महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में स्थित ZP Upper Primary School में अध्यापाक के पद पर कार्य कर रहे हैं.
उमेश रघुनाथ महाराष्ट्र के उस्मानाबाद में स्थित ZPPS जगदंबानगर स्कूल में शिक्षक हैं.
जयसुंदर पुडुचेरी के BRC-2 क्षेत्र में स्थित गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्य कर रहे हैं.
भारत में 5 सितंबर को प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन देश के पहले उप-राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस होता है. उन्होंने कभी अपने कुछ छात्रों और दोस्तों से ये इच्छा जताई थी कि मेरे जन्मदिन को अगर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाय, तो ये मेरे लिए गौरव की बात होगी. उसके बाद 1962 से हर साल यह दिन शिक्षक दिवस के रूप में पूरे भारत में मनाया जाने लगा.
भारत के एक महान शिक्षक के रूप में याद किए जाने वाले राधाकृष्णन जी एक अच्छे लेखक भी थे. उनको भारत रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.
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