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देश-दुनिया में घूमना हर कोई चाहता है, लेकिन अधिकतर लोग अपने किसी दोस्त, रिलेटिव या पार्टनर के साथ घूमना पसंद करते हैं. अकेला घूमना कम लोग ही पसंद करते हैं. लेकिन अकेला घूमना एक ऐसा अनुभव है, जो आपको खुद के और करीब ले जाता है.
इससे पहले कि आप अकेले कहीं घूमने के लिए निकले, हम आपको खयाल रखने वाली कुछ बातों के बारे में बता देते हैं...
अकेले घूमने वाले अक्सर कहते हैं कि वो खोएंगे नहीं, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता. हम आपसे कहेंगे कि पानी का स्वाद चखे बगैर डुबकी न लगाए. यानी अकेले यात्रा पर निकलने से पहले उस स्थान के बारे में अच्छे से पढ़ लें, जहां आप जाना चाहते हैं. उस स्थान के लोकल कल्चर, मौसम की स्थिति, यातायात के साधन, मौसम के हिसाब जरूर ले जाए जाने वाली चीजें और वहां के खान-पान के बारे में इंटरनेट से जानकारी ले लें.
भारत से बाहर यात्रा करते समय पासपोर्ट, वीजा जैसे जरूरी कागजातों की इलेक्ट्रॉनिक कॉपी भी रखें. हर समय अपने सारे पैसे साथ लेकर न घूमें. कुछ इमरजेंसी कैश अलग रखें. इसके अलावा डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड में भी कुछ रुपये रख सकते हैं.
अकेले यात्रा करने का मतलब खुद के अंदर के व्यक्ति को बाहर लाना है. इस दौरान हमें कई तरह के अनुभव मिलते हैं, जो मायने रखते हैं. जैसे- अनजान लोगों से मिलना, अपनी कहानियां शेयर करना और नए दोस्त बनाना आदि.
किसी नई जगह पर जाकर कुछ क्षण के लिए अपने निजी दुख-दर्द भूल जाएं. वहां जाकर वहां के लोगों की तरह बन जाएं. वहां की स्थानीय भाषा सीखें. अगर संभव हो, तो किसी लोकल परिवार के साथ रुकें. बहुत से लोग आपको अपना मेहमान समझकर अपनी दुनिया के बारे में बताएंगे.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खुद को पर्यटक की तरह सीमित न रखें. खुद को एक्सप्लोर करें, क्योंकि अकेले यात्रा करने का असली मतलब यही है.
हम एक ऐसे कल्चर में पले-बड़े हैं, जहां ज्यादातर समय अकेले बीतता है. अकेले रेस्तरां में खाना खाते हैं, अकेले थियेटर में फिल्म देखते हैं, अकेले घूमना पसंद करते हैं. ऐसे लोगों को अक्सर अकेला या बिना दोस्तों वाला समझा जाता है. सोलो यात्रा इस मिथ को खत्म करती है.
आप आश्चर्यचकित होंगे कि आप खुद के साथ कितना मजा ले सकते हैं. शुरुआत में यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन बाद में खुद को सहज महसूस करेंगे. ये वो समय होता है, जब आप अपने बारे में कई नई बातें जान सकते हैं.
ये बात बिल्कुल सही है कि तस्वीरें कई अनमोल क्षण और यादों को कैद कर लेती हैं. ये एक माध्यम है, जिसके जरिए हम अपने यादगार पल याद रखते हैं. लेकिन इसका मतलब ये भी है कि आप अपनी यात्रा का पूरा मजा ले रहे हैं.
नए स्थानों पर जाकर उसे कैमरे में कैद करने और दुनिया को अपडेट करने के बारे में कभी चिंतित नहीं होना चाहिए, बल्कि उस पल का आनंद लेना चाहिए.
उम्मीदों के दबाव में कभी अपनी भावनाओं को कम न करें. कभी-कभी कुछ चीजें आपकी योजनाओं के मुताबिक काम नहीं करतीं. आप कभी नहीं जानते कि आपको कुछ नया देखने या कुछ नया करने का दूसरा अनुभव मिल जाए. जीवन को मौका दें.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दूसरे लोगों की सोलो यात्रा से अपने अनुभव की तुलना न करें. ये जरूरी नहीं कि सोशल मीडिया पर आप जो कुछ भी देखते हैं या पढ़ते हैं, वह सच हो. आपके पास लोगों को बताने के लिए एक नई कहानी होगी, जो अच्छी बात है.
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