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पूर्व सांसद और बाहुबली नेता अतीक अहमद (Atique Ahmed) की मंगलवार को प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी होनी है. अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी कोर्ट में सुनवाई के लिए बरेली से नैनी जेल लाया गया है. कोर्ट के फैसले से पहले उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा कि मैं कोर्ट से यही उम्मीद करती हूं कि अतीक अहमद को फांसी की सजा दिलाई जाए. जब तक जड़ खत्म नहीं होगी तब तक कुछ नहीं हो पाएगा. हम डर के साए में जी रहे हैं.
28 फरवरी 2006 को अतीक अहमद, असरफ और उसके गुर्गों ने उमेश पाल का किया था अपहरण किया था. इस मामले में 5 जुलाई 2007 को बीएसपी सरकार में उमेश पाल ने धूमनगंज थाने में केस दर्ज कराया था, इसी मुकदमे में गवाही देने से रोकने के लिए अतीक अहमद ने किया अपहरण किया था, लेकिन उसके ना मानने पर 24 फरवरी 2023 को दिनदहाड़े गोली और बम से उमेश पाल की करवा दी गई, आज इसी मामले में नैनी जेल में बंद अतीक और अशरफ को एमपी /एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा. एमपी एमएलए कोर्ट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
प्रयागराज में उमेश पाल के आवास के बाहर सुरक्षा चाक-चौबंद की गई, प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में आज उमेश पाल अपहरण मामले में सुनवाई होगी.
अतीक को लेकर आ रहा पुलिस का काफिला गुजरात से राजस्थान होते हुए सोमवार सुबह एमपी बॉर्डर में दाखिल हुआ था और फिर उत्तर प्रदेश. अतीक को जून 2019 में साबरमती जेल शिफ्ट किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने 22 अप्रैल 2019 को आदेश दिया था कि अतीक को देवरिया जेल से गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली जेल में शिफ्ट किया जाए. अतीक पर रियल एस्टेट व्यवसायी मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले की साजिश रचने का आरोप था.
28 दिसंबर, 2018 को जायसवाल ने एफआईआर कराई थी कि उनका लखनऊ से अपहरण किया गया और एक जेल ले जाया गया जहां अतीक और उसके गुर्गों ने उन पर हमला किया और अपना व्यवसाय उन्हें सौंपने के लिए मजबूर किया.
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