Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बेटी ने मां की हत्या की, सूटकेस में बॉडी डाल पुलिस स्टेशन ले गयी,अपराध कबूल किया

बेटी ने मां की हत्या की, सूटकेस में बॉडी डाल पुलिस स्टेशन ले गयी,अपराध कबूल किया

Bengaluru Crime News: 39 वर्षीय आरोपी बेटी सोनाली सेन पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट है, पुलिस ने FIR दर्ज की

सौंदर्या अथिमुथु
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>सोनाली सेन</p></div>
i

सोनाली सेन

(फोटो-क्विंट हिंदी)

advertisement

बेंगलुरु (Bengaluru) से सोमवार, 12 जून को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सबको हैरान कर दिया. एक महिला पर अपनी ही मां की हत्या का आरोप लगा है. दरअसल असम की एक 39 वर्षीय फिजियोथेरेपिस्ट सोनाली सेन दोपहर 1 बजे पुलिस स्टेशन पहुंची और उसने खुद कबूल किया कि उसने कुछ घंटे पहले ही अपनी मां की हत्या की थी और उनके शरीर को एक ट्रॉली सूटकेस में पैक कर दिया था. सेन ने ट्रॉली को थाने में पुलिस के हवाले कर दिया. सूटकेस के अंदर, उसके बहुत पहले गुजर चुके पिता और उसकी मां की एक फ्रेम की हुई तस्वीर भी मिली.

तनाव के कारण हुई मौत?

पुलिस के मुताबिक, सेन ने दावा किया कि उसने अपनी मां को ब्लड प्रेशर (बीपी) की 30 गोलियां जबरदस्ती दीं जिसके बाद सुबह 11.30 बजे तक मां को लकवे का दौरा पड़ा और वह तड़पने लगीं. फिर बेटी ने उनका गला घोंट दिया, और उनके शरीर को एक ट्रॉली सूटकेस में भर दिया. फिर सोनाली सेन ने एक ऑटोरिक्शा बुक किया और पास के पुलिस स्टेशन पहुंच गई और अपना अपराध स्वीकार किया. सेन ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसने अपनी 71 वर्षीय मां की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पुलिस कर रही जांच

पुलिस का कहना है कि सेन काफी तनाव में थी क्योंकि वो अपने परिवार की एकमात्र देखभाल करने वाली थी. परिवार में उसका इंजीनियर पति, ऑटिस्टिक बच्चा, सास और मां शामिल थे. अपने पति के निधन के बाद से सेन की मां इकलौती बेटी के साथ पांच साल से रह रही थीं. जांच में यह भी पता चला कि मां और बेटी के बीच नियमित विवाद होता था और यह 12 जून को हिंसक हो गया, जब मां ने अपनी बेटी को गुस्से में उसे मारने के लिए कहा. पुलिस ने सेन के खिलाफ संज्ञान लेते हुए हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और मां के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT