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बिहार (Bihar) के खगड़िया के अगुवानी गंगा घाट पर निर्माणाधीन महासेतु का तीन पाया समेत सेंगमेंट रविवार (4 जून) शाम को जमींदोज हो गया. पुल ढहने को लेकर बिहार सरकार आलोचनाओं का सामना कर रही है, लेकिन पिछले एक साल में हुई ऐसी घटनाओं की लंबी फेहरिस्त है. 16 मई को बिहार के पूर्णिया जिले में एक निमार्णाधीन सड़क पुल कांक्रीटीकरण के चार घंटे बाद ढह गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार और इंजीनियर घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे यह हादसा हुआ.
आईये जानते है, पिछले एक साल में, बिहार में कब- कब और कहां पुल गिरने की घटना सामने आई.
19 मार्च को बिहार के सारण जिले में अंग्रेजों के जमाने का एक सड़क पुल गिरने से दो लोग घायल हो गए थे. घायलों में ट्रक का चालक व खलासी शामिल है. पत्थर के चिप्स से लदा ट्रक पुल पर जा गिरा, वाहन के अत्यधिक भार के कारण पुल ढह गया. बता दें, महानदी पर अंग्रेजों के जमाने का पुल बना था और पिछली बाढ़ के बाद से इसकी हालत खराब थी. पुल जर्जर हो रहा था और कई जगहों पर दरारें भी नजर आ रही थीं. तमाम जर्जरता के बावजूद पथ निर्माण विभाग ने इसे खतरनाक पुल घोषित नहीं किया है. पुल के दोनों ओर चेतावनी बोर्ड नहीं लगा था.
19 फरवरी को बिहार के पटना जिले में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया. घटना बिहटा-सरमेरा फोर लेन मार्ग पर हुई. पटना को नालंदा जिले से जोड़ने वाली सड़क आंशिक रूप से बनी है. घटना जिले के नौबतपुर प्रखंड के रुस्तमगंज गांव की है. हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ.
इसी साल 16 जनवरी को बिहार के दरभंगा जिले में ओवरलोड ट्रक की चपेट में आने से लोहे का पुल गिर गया था. घटना दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान प्रखंड के सबोहर घाट की है. कमला बलान नदी पर स्थित यह पुल दरभंगा को मधुबनी, सहरसा और समस्तीपुर जिलों से जोड़ता है. ट्रक रेत से लदा हुआ था और पुलिया पर पड़ा हुआ था. जब ट्रक पुल के बीच पहुंचा तो वो टूट गया और ट्रक नदी में गिर गया. वाहन के चालक और सहायिका ने नदी में कूदकर अपनी जान बचाई.
18 नवंबर, 2022 को बिहार के नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन सड़क पुल के ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. बता दें, वेना ब्लॉक में चार लेन के खंड पर सड़क पुल का निर्माण चल रहा था. यह पुल पहले भी घटिया निर्माण सामग्री के कारण टूट गया था.
9 जून, 2022 को बिहार के सहरसा जिले में पुल का एक हिस्सा गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए थे. हादसा सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के कंडुमेर गांव में कोसी तटबंध के पूर्वी हिस्से में हुआ. पुल पर काम कर रहे घायल मजदूर पुल का हिस्सा टूटने से नीचे गिर गये और मलबे में दब गए. उन्हें अन्य मजदूरों ने बचा लिया और सदर अस्पताल सहरसा में भर्ती कराया और वो बाल-बाल बच गए.
20 मई 2022 को राज्य की राजधानी पटना में अत्यधिक बारिश के कारण 136 साल पुराना एक सड़क पुल ढह गया. पुल पटना से 25 किमी दूर फतुहा उप-नगर में स्थित था. पुल का निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान 1884 में हुआ था. स्थानीय निवासियों का दावा है कि पुल का रखरखाव खराब था, साथ ही भारी बारिश को लेकर जिला प्रशासन सतर्क नहीं था. घटना तब सामने आई जब निर्माण सामग्री से लदा एक ट्रक उस पुल को पार कर रहा था,और ज्यादा वजन होने के कारण यह पुल गिर गया. हालांकि, पहले ही पुल व सड़क निर्माण विभाग ने इसे खतरनाक पुल घोषित कर दिया था और पिछले 25 साल से भारी वाहनों को चलने की इजाजत नहीं दी थी. इस हादसे में ट्रक का चालक व खलासी घायल हो गया, उन्हें फतुहा अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
भागलपुर-खगड़िया सड़क पुल रविवार को टूट गया था और पिछले साल 30 अप्रैल को भी यह पुल टूटा था.
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