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गुजरात के द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय (Biparjoy) का प्रभाव देखने को मिल रहा है. चक्रवात के प्रभाव से पेड़ उखड़ गए हैं जबकि कई जगहों पर तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान के मद्देनजर सौराष्ट्र-कच्छ तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जबकि मछुआरे को अगले 5 दिन की चेतावनी जारी की है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय की गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है और आधी रात तक जारी रहेगी. चक्रवात गुरुवार रात तक जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के निकटवर्ती तटों को पार करेगा.
मौसम विभाग के मुताबिक कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी, जबकि गुजरात के पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश की उम्मीद है.
गुजरात सरकार अब तक आठ तटीय जिलों में रहने वाले 94,000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर चुकी है. तटीय इलाकों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, सार्वजनिक परिवहन को बंद कर दिया है और लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है.
तूफान से निपटने के लिए NDRF ने गुजरात और महाराष्ट्र में टीमों को तैनात किया है. 18 टीमें गुजरात में तैनात है. इसमें SDRF की 12 टीमें, राज्य सड़क और भवन विभाग की 115 टीमें और राज्य बिजली विभाग की 397 टीमों को अलग-अलग तटीय जिलों में तैनात रहेगी. जबकि सेना और भारतीय वायु सेना की टीमों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है.
आईएमडी गुजरात के निदेशक मनोरमा मोहंती के अनुसार, चक्रवात आज शाम 4 से 8 बजे के बीच जखाऊ बंदरगाह के पास टकराएगा. मौसम विभाग ने कहा कि इसकी स्पीड 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी जो 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में भी बदल सकता है.
मुंबई में भी चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है. उच्च ज्वार की लहरें और तेज़ हवाएं तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर रही हैं.
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