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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल में गिरे 10 साल के राहुल को निकालने की कोशिश तीसरे दिन भी जारी है. मालखरौदा ब्लाक के पिहरीद गांव में रहने वाले लालाराम साहू का बेटा राहुल शुक्रवार, 10 जून को लगभग चार बजे घर की बाड़ी में खेलते-खेलते हाल ही में खोदे गए बोर में गिर गया था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को, 200 से ज्यादा लोग बच्चे को बचाने के काम में जुटे थे. राहुल शुक्रवार से 62 फीट जमीन के नीचे फंसा हुआ है, लेकिन फिर भी हर कोई राहुल तक पहुंच जाना चाहता है. भूजल का स्तर, चट्टानों, दरारों में छिपे सांप और बिच्छू...इन सब के बीच एक 10 साल का मासूस अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहा है. पूरा पिहरीद गांव राहुल के लिए दुआएं मांग रहा है.
इससे पहले, जिला और राज्य स्तर की बचाव टीमों ने बच्चे को रस्सी से ऊपर खींचने की कोशिश की, लेकिन ये योजना काम नहीं आई. एक बचावकर्मी ने कहा, "हम केबल के जरिए जो खाना भेज रहे हैं वो खा रहा है, लेकिन रस्सी नहीं पकड़ पा रहा है."
एनडीआरएफ की टीमें राहत बचाव में जुटी हैं. गड्ढे के समानांतर खुदाई के लिए जेसीबी मशीनें लाई गई हैं. सरकार ने बच्चे को निकालने के लिए रविवार को रोबोटिक्स विशेषज्ञ को नियुक्त किया था. चट्टानों को काटने के लिए करीब सौ किलोमीटर दूर बिलासपुर से एक हाई-ड्यूटी मशीन मंगवाई गई थी. राहुल को सुरक्षित निकालने का अभियान लगातार जारी है.
प्रशासनिक अमला हर स्तर पर कोशिशों में जुटा हुआ है, वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हर पल राहत और बचाव अभियान पर नजर रखे हुए हैं. मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर बताया कि "हैंड ड्रिलिंग का काम अब खत्म हो चुका है, अन्य उपकरण भी बाहर निकाले जा रहे हैं. कंप्रेसर बंद कर बाहर निकाला जा रहा है. रेस्क्यू टीम राहुल तक पहुंचने की कोशिश कर रही है."
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