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राजस्थान (Rajasthan) के अलवर में तिजारा फाटक फ्लाई ओवर पर 11 जनवरी की रात को लहूलुहान मिली मूकबधिर नाबालिग मामले में नया मोड आ गया है. अलवर पुलिस के बार—बार रेप (Rape) से इनकार करने के बाद अब पीड़िता के पिता ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि उनकी बेटी ने इशारों में बताया कि उसे पुलिया पर दो युवकों ने लाकर पटका था. पीड़िता के पिता ने कहा कि अब तक पुलिस की जांच पर उनको भरोसा नहीं है. पुलिस प्रशासन उसके परिवार को दूसरे लाभ देकर मामले को दबाए रखना चाहता है, मैं न्याय की मांग करता हूं.
पीड़िता के पिता ने कहा कि
नाबालिग के पिता ने ये भी बताया कि अलवर कलेक्टर उनसे मिलने जयपुर आए थे. कलेक्टर ने कहा था कि जमीन और प्लॉट मिलेगा. मैंने उनसे कहा कि हमें न्याय चाहिए. पहले कहा था कि सरकार से दो बीघा जमीन और एक प्लॉट दिलवा देंगे. सरकार की ओर से नकद सहायता भी दी जा रही है. यह भी कहा कि एक्सीडेंट मामले में 10 से 15 लाख रुपए मिलेंगे.
पिता ने अब तक की पुलिस जांच पर सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि राज्य सरकार पूरे प्रकरण की जांच के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश कर चुकी है. मामले में पुलिस के बदलते बयान ने भी संशय पैदा किया हुआ है. पहले अलवर एसपी तेजस्वी गौतम ने रेप की आशंका जताई थी. 3 दिन बाद मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर इनकार कर दिया था.
अब नाबालिग के पिता का कहना कि एक्सीडेंट होता तो उसे कहीं दूसरी जगह भी चोट आती. बालिका के पिता ने कहा कि उनको एफएसएल रिपोर्ट के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गई. पिता का कहना है कि उसके खून का भी सैंपल लिया गया और खाली कागज पर हस्ताक्षर करा लिए. सलवार सहित अन्य कपड़ों की एफएसएल रिपोर्ट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई.
तीन दिन पहले इस प्रकरण में बालिका की सलवार पर सीमन मिलने की एफएसएल रिपोर्ट में पुष्टि हुई थी. इसके बाद से इस मामले में रेप के संकते मिलने की जानकारी सामने आ रही है लेकिन पुलिस फिलहाल किसी भी बयानबाजी से बच रही है.
इनपुट क्रेडिट- पंकज सोनी
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