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(चेतावनी: परेशान करने वाली जानकारी, पाठक को विवेक की सलाह दी जाती है.)
अपनी बड़ी बहन को 26 जनवरी की दोपहर दिल्ली के शाहदरा जिले की कॉलोनी में सरेआम मुंह में कालिख पोत कर, गले मे चप्पलों की माला पहना कर और बाल जो पहले कंधे तक आते थे, उन्हें काट कर घुमाते देखने के बाद 18 साल की महिला बेचैन हो कर लोगों से एक मोबाइल फोन मांगती फिर रही थी.
एक अंधेरा भरा कमरे, जहां उसका और उसकी बड़ी बहन का बचपन बीता, में बैठकर 18 साल की महिला ने अफसोस जताते हुए कहा, "मैं पुलिस को बुलाना चाहती थी, ताकि वो मेरी बहन को बचा सके. मैंने पास ही मौजूद अपने एक रिश्तेदार से फोन मांगा, उसने कहा कि उसके पास फोन नहीं है. मैंने एक पड़ोसी से मांगा, जिसने कहा कि उसके फोन में बैलेंस नहीं है. किसी ने उसकी मदद नहीं की. कोई मुझे अपना फोन नहीं देना चाहता था, जिससे कि मैं पुलिस को फोन कर सकूं."
पुलिस को नहीं, नानी को फोन करने की झूठी बात कहने के बाद ही पड़ोसी ने उसे फोन दिया, जिससे वो 112 नंबर पर फोन करने में कामयाब रही.
गणतंत्र दिवस की दोपहर, उसकी 20 साल की बहन का कथित तौर पर अपहरण कर गैंगरेप किया गया, पिटाई की गई और शाहदरा कॉलोनी में घुमाया गया. दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एक दिन बाद ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें सड़कों पर घुमाने के दौरान सर्वाइवर, महिलाओं और लड़कियों से घिरी दिख रही है और जो इस अपमानजनक कृत्य पर खुश नजर आ रही हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
दिल्ली पुलिस ने गैंगरेप, अपहरण, गैरकानूनी रूप से बंधक बनाने, मारपीट और धमकाने की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की है. अब तक-आठ महिलाओं सहित- नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शाहदरा के डीसीपी आर सत्यसुंदरम ने बताया कि पुलिस ने “यौन उत्पीड़न में शामिल” दो नाबालिगों को भी पकड़ा है.
सर्वाइवर फिलहाल महिलाओं के लिए बने एक शेल्टर होम में है. दंपति का दो साल का बेटा, सर्वाइवर की 18 साल की बहन के साथ है.
घटना के दो दिन बाद सर्वाइवर की 18 साल की बहन ने क्विंट को बताया,
अपनी मां के बारे में जब बच्चे ने पूछा तो उसकी आंखों में आंसू आ गए.
सर्वाइवर की बहन ने कहा, “बच्चा बार-बार पूछता है कि उसकी मां कहां है. मैंने उसे बताया है कि वो डॉक्टर के पास है. मेरे पास उसके लिए कपड़े भी नहीं हैं. मैंने पड़ोसियों से कुछ कपड़े उधार लिए हैं.”
पिछले दो दिनों में, 18 साल की इस महिला ने अपने और बहन के साथ पिछले कुछ महीनों में हुई घटनाओं को कई बार कई लोगों, पुलिसकर्मियों, पत्रकारों और रिश्तेदारों को सुनाया है.
12 नवंबर 2021 को लड़के की कथित तौर पर आत्महत्या से मौत हो गई. सर्वाइवर की बहन ने आरोप लगाया कि इसके बाद से ही लड़के के परिवारवाले दोनों बहनों को “प्रताड़ित” करने लगे, “उनके पिता के ऑटोरिक्शा में आग लगा दी” और “उन्हें बलात्कार और हत्या की धमकी” दी.
इसके कुछ दिनों के बाद 20 साल की बड़ी बहन- उत्पीड़न करने वालों से बचने के लिए- अपने बच्चे के साथ कुछ हफ्तों के लिए अपनी नानी के पास हरियाणा चली गई. कथित गैंगरेप और अपहरण के एक दिन बाद, सर्वाइवर के नानी-नाना, जिनकी उम्र 60 से ज्यादा है, जल्दबाजी में दिल्ली आ गए.
अपने परपोते को लाड़-दुलार करते हुए 60 साल की महिला ने क्विंट को बताया, "मेरी नातिन मेरे साथ कुछ हफ्तों के लिए रही थी, वो बहुत ही डरी हुई और चिंतित थी. वह घर लौट गई, उसने अपने पिता और बहन से मिलना करीब-करीब छोड़ दिया था, जिससे वो सुरक्षित रह सकें. हमें जरा भी अंदाजा नहीं था कि आगे उसके साथ ये सब होने वाला है. दोनों बहनों ने बहुत ही मुश्किल जीवन गुजारा है."
करीब पांच साल पहले, ऑटोरिक्शा चलाने वाले दोनों बहनों के पिता एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिसके बाद से उनकी कमर के नीचे का हिस्सा काम नहीं करता है.
जब सर्वाइवर कुछ हफ्तों के लिए हरियाणा गई हुई थी, तब मृतक लड़के के परिवारवाले उसकी 18 साल की बहन को कथित तौर पर प्रताड़ित कर रहे थे.
12 जनवरी को दिल्ली आने के एक दिन बाद, मृत लड़के की मां ने कथित तौर पर उसे पीटा. 18 साल की बहन ने कहा, "उसने मुझे थप्पड़ मारा, गाली दी, पिटाई की, मेरे कपड़े फाड़ने की कोशिश की. मैंने 112 नंबर पर कॉल किया और पुलिस आई और मुझे बचाया. वो मुझे थाने ले गए और कुछ घंटे बाद मुझे घर छोड़ कर चले गए. उन्होंने लड़के की मां को मुझे परेशान नहीं करने की चेतावनी दी."
छह दिन बाद, 19 जनवरी को दोनों बहनों की मामी, जो पूर्वी दिल्ली से उनसे मिलने आई थी, उसकी कथित तौर पर लड़के के परिवार वालों ने पिटाई कर दी. उसी दिन परिवार के ऑटोरिक्शा को कथित तौर पर उन्हीं लोगों ने जला दिया.
20 जनवरी को सर्वाइवर की बहन पुलिस स्टेशन गई और एक लंबी लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसकी एक कॉपी क्विंट के पास भी है.
इस शिकायत में उसने कुछ लोगों को नामजद किया है, जिन्हें अब पुलिस ने 26 जनवरी की घटना के मामले में गिरफ्तार किया है.
18 साल की महिला ने पूछा कि क्या उसकी बहन को बचाया जा सकता था, अगर पुलिस घटना के छह दिन पहले दर्ज कराई उसकी शिकायत पर कार्रवाई करती?
उसके पिता ने आरोप लगाया, "आरोपी परिवार अवैध शराब और ड्रग्स का धंधा करता है. वो किसी से नहीं डरते, क्योंकि पुलिस ने कभी उनके साथ सख्ती नहीं की. वो काफी वक्त से मेरी बेटियों को धमकाते आ रहे हैं, उनसे कहते हैं कि वो पुलिस से नहीं डरते. अब देखिए क्या हो गया है."
क्विंट को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृत लड़के के पिता, जिसे 26 जनवरी की घटना के मामले में गिरफ्तार किया गया है, के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.
क्योंकि सर्वाइवर ने अपने बीमार पिता और बहन के घर आना करीब-करीब छोड़ दिया था, इसलिए 18 साल की छोटी बहन ही अक्सर काम पड़ने पर उसके घर चली जाती थी. 26 जनवरी की सुबह भी वो इसी तरह अपनी बड़ी बहन के घर गई थी.
छोटी बहन ने दावा किया कि जैसे ही सर्वाइवर अपने दो साल के बच्चे के साथ घर के बाहर आई, आठ महिलाएं उस पर टूट पड़ीं.
18 साल की छोटी बहन ने दावा किया कि महिलाएं इसके बाद उसकी बहन को उसके घर के पास ही के एक कमरे में घसीटते हुए ले गईं, इधर उसकी बहन चिल्लाती रहीं, मदद की गुहार लगाती रही.
उसने कहा, "मैं खुद को और अपने भांजे को बचाने में कामयाब रही और दौड़ कर अपने घर में घुस गई और दरवाजा बंद कर लिया. मुझे अपने भांजे को बचाना था. उन्होंने उसे भी चोट पहुंचाने की धमकी दी थी."
जिस कमरे में पीड़िता के साथ कथित तौर पर गैंगरेप हुआ और उसकी पिटाई की गई, उस पर अब ताला लगा है. ये छोटी बहन के घर से कुछ मीटर की दूरी पर ही है.
उसने कहा, "मैंने उसकी चीखें सुनीं. मुझे पता नहीं था कि वो उसके साथ क्या कर रहे हैं, लेकिन अनिष्ट की आशंका हो रही थी. मुझे बताया गया कि उसका रेप किया गया. मैं अपनी छत पर चढ़ गई और देखा कि उन लोगों ने मेरी बहन को बाहर घसीट कर लाया है. उसके चेहरे पर कालिख पोती गई थी, उसके बाल काट दिए गए थे और उसे पीटा जा रहा था. जो महिला मेरी बहन के हाथ पकड़े हुए थी वो मृत लड़के की मां है. पूरी कॉलोनी ने देखा कि क्या हो रहा है, लेकिन हर कोई इतना डरा हुआ था कि उन्होंने कुछ नहीं किया."
27 जनवरी की रात- घटना के एक दिन बाद- सर्वाइवर ने शेल्टर होम से अपनी बहन को फोन किया. दोनों की बमुश्किल एक मिनट ही बात हो सकी.
अब पांच से ज्यादा पुलिसवाले गली में तैनात हैं, इसमें दो महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं जो सर्वाइवर की छोटी बहन के घर के ठीक बाहर हैं.
उसने कहा, "बहुत से लोगों ने मुझसे पूछा है कि क्या मैं डर के कारण इस घर को छोड़ कर कहीं और रहने चली जाऊंगी. मैं क्यों जाऊंगी? ये मेरा घर है. मैं यहां बड़ी हुई हूं. अब हम ये लड़ाई लड़ेंगे. आज मेरे बहन के साथ ऐसा हुआ है. कल मेरे और आपके साथ भी ऐसा हो सकता है."
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