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बुल्ली बाई ऐप (Bulli Bai) मामले में 4 जनवरी को गिरफ्तार 21 वर्षीय विशाल कुमार झा (Vishal Kumar Jha) अपनी गिरफ्तारी से पहले महीनों तक अपने परिवार से अलग रहा था. अकेला रहने वाला और मुख्य रूप से सोशल मीडिया पर दोस्तों से जुड़े रहने वाले विशाल के पास अब अपने कानूनी खर्चों को पूरा करने के पैसे नहीं हैं.
द क्विंट से बात करते हुए, उसके पिता सुधीर कुमार झा ने कहा, "वह निर्दोष है. उसने कभी ऐसा कुछ नहीं किया जिसका उन पर आरोप लगाया जा रहा है." बिहार के पटना में रहने वाले सुधीर झा भारतीय रेलवे में टिकट चेकर हैं. उन्होंने आगे कहा, "मेरा बेटा किसी तरह फंस गया था. हमें नहीं पता कि ये कैसे हो गया."
21 वर्षीय विशाल बेंगलुरु स्थित दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के सिविल इंजीनियरिंग का सेकेंड ईयर स्टूडेंट है. उनकी एक बड़ी बहन है जो एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करती है. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, "परिवार सदमे में है, लेकिन हमारे पास इस मामले में पुख्ता सबूत हैं."
इसके अलावा आईटी अधिनियम की धारा 67 के तहत भी मामला दर्ज है, जो 'इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील कंटेंट प्रसारित करना' से संबंधित है.
GitHub पर तैयार बुल्ली बाई ऐप में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें 'नीलामी' के लिए अपलोड की गईं थी. इस मामले में सबसे पहले विशाल को गिरफ्तार किया गया था.
विशाल ने महीनों तक फोन पर परिवार के साथ मुश्किल से ही कोई संपर्क बनाए रखा. पिता सुधीर झा ने बताया कि "वह हमेशा बिजी रहता था और पैसे की जरूरत होने पर ही घर कॉल करता था."
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि उसके दूर होने का कारण "एकग्रुप" हो सकता है, जिससे वह ऑनलाइन जुड़ गया था.
मुंबई पुलिस अधिकारी के अनुसार, विशाल झा एक ऐसे ग्रुप का हिस्सा था, जो लगातार अपमानजनक बयान, भद्दे कमेंट और तस्वीरें शेयर करता था. "यह स्पष्ट है कि मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी इस ग्रुप से जुड़े हुए हैं."
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें किसी ग्रुप में विशाल के शामिल होने की जानकारी थी, उसके पिता ने कहा- "नहीं, मुझे जानकारी नहीं थी. हमें कुछ भी पता नहीं था." जब विशाल अपने शहर गया तो वह हमेशा अपने फोन पर, चैटिंग करते हुए देखा जाता था. हालांकि, परिवार ने यह नहीं देखा था कि उसके ऑनलाइन दोस्त कौन थे.
विशाल ने जिस कॉलेज में पढ़ाई की, उसके अनुसार विशाल का कोई करीबी दोस्त नहीं था. उनकी 60% अटेंडेंस थी और वह परेशानी का कारण नहीं बनता था. कॉलेज ने उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की है, क्योंकि कॉलेज के अधिकारी "मामले में तथ्यों को सामने लाने" के लिए मुंबई पुलिस की जांच की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
इस बीच विशाल की गिरफ्तारी के बाद, एक ट्विटर यूजर ने उस पर कट्टर राइट विंग से जुड़े 'ट्रैड' होने का आरोप लगाया था. मुंबई पुलिस के अधिकारी ने कहा, "हम अभी भी सभी दावों की जांच कर रहे हैं." हालांकि अधिकारी ने पुष्टि की है कि परिवार का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है. "जहां तक हमें समझ आया है, वो एक मध्यमवर्गीय परिवार है, जो इस बात से अनजान था कि उनके बेटे के जीवन में क्या हो रहा है."
सुधीर झा ने कहा कि गिरफ्तारी से परिवार काफी परेशान है. उसके तरफ से केस लड़ने के लिए उनके पास एक वकील है. उन्होंने दोहराया, ''असली दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. विशाल ऐसा कभी नहीं कर सकता.'' विशाल अब पुलिस कस्टडी में है.
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