Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Crime Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019नोएडा: फ्लैट्स दिलाने के नाम पर ठगी, एक शख्स गिरफ्तार,1000 करोड़ का घोटाला

नोएडा: फ्लैट्स दिलाने के नाम पर ठगी, एक शख्स गिरफ्तार,1000 करोड़ का घोटाला

आरोपी पीयूष तिवारी पर 50,000 रुपये का इनाम था.

आईएएनएस
क्राइम
Updated:
<div class="paragraphs"><p>1,000 करोड़ का ठग गिरफ्तर</p></div>
i

1,000 करोड़ का ठग गिरफ्तर

फोटोः आईएएनएस

advertisement

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने महाराष्ट्र के नासिक से एक कुख्यात भू-माफिया और अंतर्राज्यीय धोखेबाज को उत्तर प्रदेश के नोएडा में फ्लैट आवंटित करने के बहाने लोगों से 1,000 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी.

पीयूष तिवारी (42) उर्फ पुनीत भारद्वाज के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को भी 2018 में धोखाधड़ी के मामलों में भगोड़ा घोषित किया गया था और उसके खिलाफ 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था.

पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 मार्च को सूत्रों के माध्यम से एक सूचना मिली थी कि एक भगोड़ा आरोपी पीयूष तिवारी, जिस पर 50,000 रुपये का इनाम था, महाराष्ट्र के नासिक में कहीं रह रहा था.

सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक पुलिस दल गठित किया गया, जिसने जानकारी को और पुख्ता किया और पाया कि आरोपी नासिक का रहने वाला था और फूड सप्लाई व्यवसाय में था. टीम ने छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने 2011 में एक बिल्डर के रूप में अपना व्यवसाय शुरू किया था और 2018 तक 15-20 शेल कंपनियों के साथ आठ कंपनियां बनाई थीं.

डीसीपी ने कहा कि इसके बाद आरोपी पीयूष का बिल्डर का धंधा चौपट हो गया और बाजार में खड़ा होने के लिए उसने एक फ्लैट कई खरीदारों को बेचने के बहाने लोगों को ठगना शुरू कर दिया.

इस संबंध में आरोपी के खिलाफ कई मामले दर्ज होने के बाद, वह दिल्ली से भाग गया और नकली नाम पर अपना आधार दक्षिण भारत में स्थानांतरित कर दिया और विभिन्न व्यवसायों में प्रवेश किया.

आरोपी को धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात के लिए सजा), 409 (लोक सेवक, या बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना), 120 बी (आपराधिक साजिश की सजा) के तहत गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच जारी है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 26 Mar 2022,12:08 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT