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दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 55 निवेशकों को हरियाणा के रेवाड़ी में फ्लैट उपलब्ध कराने और अपने निजी लाभ देने के बहाने लगभग 13 करोड़ रुपए की ठगी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
आरोपी की पहचान हरियाणा के हिसार निवासी दिनेश शर्मा के रूप में हुई है, जिसे पहले ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज दो मामलों में भगोड़ा घोषित किया गया था.
जानकारी देते हुए, संयुक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) छाया शर्मा ने कहा कि आरोपी ने 2012 में पर्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से सेक्टर -2, बावल, रेवाड़ी, हरियाणा में फ्लैटों / दुकानों की बुकिंग के लिए विज्ञापन दिया था.
संयुक्त सीपी ने कहा, निवेशकों ने बुक किया और नियमित भुगतान किया, हालांकि, परियोजना का निर्माण अप्रैल 2014 में रोक दिया गया था और निवेशकों को इकाइयों का कोई कब्जा नहीं दिया गया था.
पुलिस के अनुसार, कथित बिल्डर कंपनी ने बड़े पैमाने पर जनता के सामने परियोजना के बारे में तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया और उन्हें परियोजना में निवेश करने के लिए प्रेरित किया, इस तथ्य के बावजूद कि भूमि आवंटित कंपनी के कर्मचारियों के लिए ही आवासीय इकाइयों के निर्माण के उद्देश्य से आवंटित की गई थी.
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बिल्डर ने निवेशकों को 27 महीने के भीतर समयबद्ध कब्जे का आश्वासन भी दिया, लेकिन निर्माण रोक दिया गया और आरोपी का पता नहीं चल सका, जिसके बाद इस मामले में ईओडब्ल्यू में दो मामले दर्ज किए गए.
जांच के दौरान कथित कंपनी के खाते का विश्लेषण किया गया और पता चला कि घर खरीदारों के पैसे को अलग-अलग खातों में डायवर्ट किया गया था. आगे यह भी पता चला है कि जिस भूमि पर विचाराधीन परियोजना का निर्माण किया जा रहा था, उसका आवंटन उनके श्रमिकों के लिए आवासीय इकाइयों के निर्माण के लिए एचएसआईआईडीसी के पक्ष में किया गया था.
आरोपी फरार था और अपना ठिकाना बदल रहा था. इसके बाद, उसके खिलाफ एक गैर-जमानती वारंट प्राप्त किया गया और उसे एक स्थानीय अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया.
शर्मा ने कहा, आरोपी को दिल्ली हवाई अड्डे पर उस समय हिरासत में लिया गया जब वह अबू धाबी भागने की कोशिश कर रहा था.
--आईएएनएस
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