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दक्षिण-पश्चिम दिल्ली (Delhi) के आर.के. पुरम इलाके में रविवार 18 जून को, हमलावरों ने दो बहनों की गोली मारकर हत्या कर दी. जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी समेत दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार शख्सों की पहचान अर्जुन, माइकल और देव के रूप में हुई है.
पीड़ितों की पहचान ज्योति (30) और पिंकी (29) के रूप में हुई है, जिन्होंने सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है, जिसमें 4-5 हमलावरों के एक समूह को महिलाओं के साथ गाली-गलौज और फायरिंग करते हुए देखा गया है.
पुलिस ने कहा कि आरोपी ने कर्ज का पैसा लौटाने को लेकर कथित तौर पर मृतक महिलाओं के भाई ललित को निशाना बनाया था. जानकारी के अनुसार, ललित की कथित तौर पर एक दिन पहले और घटना की रात पर कुछ लोगों से तीखी बहस हुई थी. पहले उन्होंने उसे छोड़ दिया और फिर हथियार के साथ उसके घर पहुंचे थे. इस दौरान भाई को बचाने की कोशिश में बहनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
मृतक दोनों बहनों के भाई लाला ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "मेरे बड़े भाई ललित ने किसी को कर्ज दिया था और कल वह उसे वापस लेने गया, जहां कुछ लोगों के साथ उसकी तीखी बहस हो गई. मेरी बहनों सहित मेरे सभी रिश्तेदार उसी मोहल्ले में रहते थे और मैंने उन्हें मदद के लिए फोन किया. कुछ देर बाद सभी हमलावर निकल गए."
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और राजधानी में कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, "दिल्ली के लोग अपने आप को बहुत असुरक्षित महसूस करने लगे हैं. जिन लोगों को दिल्ली की कानून व्यवस्था संभालनी है, वो कानून व्यवस्था ठीक करने के बजाय पूरी दिल्ली सरकार पर कब्जा करने के षड्यंत्र कर रहे हैं."
सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में आगे कहा, "आज अगर दिल्ली की कानून व्यवस्था LG की बजाय 'AAP' सरकार के अधीन होती तो दिल्ली सबसे सुरक्षित होती."
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