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कर्नाटक के बेलगावी के रेलव ट्रैक पर मृत पाए गए अरबाज आफताब मुल्ला (Arbaz Aftab Mulla) का स्मार्टफोन पुलिस ने बरामद कर लिया है. अरबाज का शव 28 सितंबर को रेलवे ट्रैक पर मिला था. सूत्रों के अनसार, बेलगावी पुलिस को अरबाज का फोन क्राइम सीन से ही मिला है. बताया जा रहा है कि घटना के वक्त फोन मृतक के पास ही था, इसलिए उस सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा.
पुलिस सूत्रों ने अरबाज के चेहरे और बांह पर जख्म के निशान पाए जाने के बाद आत्महत्या की संभावना से इनकार किया है. बेलगावी जिले के 2 पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मृतक के परिवार को भी नहीं पता था कि घटना के वक्त अरबाज का फोन उसके पास ही था. मुल्ला की मां नजीमा मोहम्मद गौस शेख के अनुसार 28 सितंबर को शाम 5 बजे वह अपनी दादी के पास 2 फोन छोड़कर घर से निकला था. अब पुलिस इस तीसरे फोन का कॉल रिकॉर्ड निकालने की कोशिश कर रही है.
घटना के 8 दिन बीत जाने के बाद भी कोई गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है. मुल्ला का परिवार आरोप लगा चुका है कि उसे हिंदू लड़की के साथ रिश्ते की वजह से उसे दक्षिणपंथी संगठन श्री राम सेने से लगातार धमकी मिल रही थी. मुल्ला की मां ने बेलगावी पुलिस को दी अपनी शिकायत में लड़की के पिता पर भी कथित हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है.
बताया जा रहा है कि स्मार्टफोन बेलगावी के खानापुर इलाके में रेलवे ट्रैक पर मुल्ला के शव के साथ बरामद हुआ है. मृतक के परिवार के लड़की के पिता कुंभार और श्रीराम सेना के 2 नेताओं पुंडलिक महाराज और प्रशांत बिजरे पर आरोप लगाने पहले ही पुलिस को अप्राकृतिक मौत का शक था. मामले में पुलिस ने संदिग्धों के नाम का खुलासा नहीं किया लेकिन यह बताया है कि कॉल रिकॉर्ड के आधार पर 5 लोगों से पूछताछ की गई है.
अरबाज के बांह और चेहरे पर मिले जख्म के निशान जबरदस्ती की ओर इशारा कर रहे हैं. पुलिस के सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ''मृतक के शरीर पर मिले जख्म के निशान जबरदस्ती की ओर इशारा कर रहे हैं. जब उसका शव मिला , उस वक्त उसके हाथ बंधे हुए थे.'' पुलिस अब यह पता करने की कोशिश कर रही है कि कहीं जख्म के निशान चाकू घोंपने के तो नहीं हैं.
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