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देश में पहली बार किसी गोल्ड स्मगलिंग केस की जांच NIA कर रही है. केरल गोल्ड स्मगलिंग केस में अब NIA ने मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश और दूसरे आरोपी संदीप नायर को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. ये दोनों फरार चल रहे थे अब इन्हें रविवार को कोच्चि के NIA कोर्ट में पेश किया जाएगा.
बता दें कि नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ने शुक्रवार को डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए गोल्ड स्मगलिंग करने वाले चार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. यह एफआईआर UAPA कानून के तहत दर्ज की गई हैं.
इस केस की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश बताइ जा रही है. इसके अलावा पीएस सरीथ , यूएई में रहने वाला स्मगलिंग का अगुवा फाजिल फरीद और स्वप्ना सुरेश का दोस्त संदीप नायर भी आरोपी हैं.. एनआईए के मुताबिक आरोपी दूर-दराज तक फैले एक स्मगलिंग रैकेट का हिस्सा हैं.
स्वप्ना सुरेश तिरुवनंतपुरम में UAE कांसुलेट की कर्मचारी रह चुकी है. वो 2016 से 2019 तक बतौर एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी काम करती थी. बाद में स्वप्ना ने प्राइस वाटहाउस कूपर लिमिटेड कंपनी ज्वाइन कर ली, इस प्राइवेट कंपनी के वो एक ऐसे प्रोजेक्ट में थी, जो केरल सरकार के इंफॉर्मेंशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के तहत आता था.
वहीं आरोपी सरीथ भी UAE कांसुलेट का पूर्व कर्मचारी है. वहीं संदीप नायर एयर कार्गो एसोसिएशन ऑफ इंडिया इंडिया का मेंबर है और स्वप्ना का दोस्त बताया जा रहा है. इस मामले में केरल के मुख्यमंत्री के पूर्व आईटी और प्रिंसिपल सेक्रेटरी पर भी आरोप लग रहे हैं. विपक्ष तो सीएम के इस्तीफे तक की मांग कर रहा है.
इस बीच स्वप्ना सुरेश की डिग्री पर भी सवाल उठ रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र स्थित डॉ बाबासाहेब अंबेडकर टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने साफ किया कि उनके यहां बीकॉम का कोर्स ही नहीं होता है, जो कि कथित रूप से सुरेश ने इसी यूनिवर्सिटी से किया हुआ दिखाया है. बाद में एग्जाम कंट्रोलर ने न्यूज चैनल को बताया कि सर्टिफिकेट फेक है. उसे इसी डिग्री के दम पर एयर इंडिया-SATS और केरल के आईटी डिपार्टमेंट में नौकरी मिली थी. कुछ दिन पहले उसके एक रिश्तेदार ने दावा किया था कि सुरेश ने 10वीं क्लास भी पास नहीं की है.
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