advertisement
नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ने शुक्रवार को डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए गोल्ड स्मगलिंग करने वाले चार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. यह एफआईआर UAPA कानून के तहत दर्ज की गई हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए बनाई गई एनआईए पहली बार किसी गोल्ड स्मगलिंग केस की जांच कर रही हैं. लेकिन यह मामला इतने तक ही सीमित नहीं है. इस पूरे मामले को लेकर विपक्ष मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के इस्तीफे पर अड़ा है.
एनआईए की एफआईआर में कस्टम की कस्टडी में मौजूद सरिथ कुमार पहले आरोपी हैं. स्वप्न सुरेश दूसरी और यूएई में रहने वाले स्मग्लिंग के अगुवा फाजिल परीद तीसरे आरोपी हैं. वहीं सुरेश का दोस्त संदीप नायर चौथा आरोपी है.
एनआईए के मुताबिक आरोपी दूर-दराज तक फैले एक स्मग्लिंग रैकेट का हिस्सा हैं, सरिथ और सुरेश सक्रित तरीके से माल की आवाजाही के लिए डिप्लोमेटिक पेपर्स तैयार करवाती थीं.
विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में यूएई के दिल्ली स्थित दूतावास से तिरुवनंतपुरम स्थित उनके कॉन्सुलर ऑफिस के कुछ अधिकारियों से पूछताछ करने की अनुमति की अपील की है.
इस बरामदगी के साथ केरल स्टेट आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटे़ड में काम करने वाली स्वप्न सुरेश अंडरग्राउंड हो गई थी. उसकी एयर इंडिया- AITS में भी है.
बाद में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मुख्य सचिव एम शिवशंकर का ट्रांसफर कर दिया, जिनके रिश्ते सुरेश से होने की खबरें बताई जा रही हैं. स्वप्न सुरेश की बी कॉम की डिग्री भी फर्जी बताई जा रही है, जिसके आधार पर उन्हें एयर इंडिया और केरल आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर में पोस्टिंग दी गई थी.
गुरुवार को ही केंद्रीय गृहमंत्रालय ने यह मामला एनआईए को दे दिया था.
विपक्षी कांग्रेस और बीजेपी द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि सीएम विजयन को शिवशंकर की आरोपी सुरेश के साथ कथित संबंधों के बारे में पता था.
राज्य के नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथाला ने कहा, ''यह एक बहुत बड़ा रैकेट है. रिपोर्टों के मुताबिक आरोपियों ने ऐसे कई खेपों में स्मग्लिंग की है. यह कहकर कि उन्हें स्वप्न सुरेश की नियुक्ति के बारे में पता नहीं था, मुख्यमंत्री बच नहीं सकते. उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना होगा.''
पढ़ें ये भी: विकास दुबे के एनकाउंटर पर बोली पत्नी- जो जैसा करेगा,वैसी सजा पाएगा
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)