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मोरनी गैंगरेप मामले में पुलिस ने रविवार को चंडीगढ़ से चौथे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन 40 में से 36 दरिंदें अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. मामले में प्रशासन की कार्रवाई में देरी की वजह से सरकार और कानून पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
22 साल की पीड़िता ने चंडीगढ़ के मनीमाजरा पुलिस स्टेशन में दो दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी. चंडीगढ़ की रहने वाली लड़की ने आरोप लगाया है कि 4 दिन में करीब 40 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया. घटना पंचकूला के मोरनी हिल्स एरिया के लवली गेस्ट हाउस की है. पुलिस ने गेस्ट हाउस मालिक और मैनेजर समेत तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तारी कर लिया था.
महिला की पहचान के सनी नाम के एक व्यक्ति ने महिला को हाउसकीपिंग सर्वेंट की नौकरी का वायदा किया. इस बहाने वो उसे व्यक्ति मोरनी हिल्स में कैम्बवाला गांव के लवली गेस्ट हाउस ले गया.
गुरूवार को किसी तरह पीड़ित वहां से निकलने में कामयाब रही. घर आकर उसने परिवार वालों को घटना बताई, जिसके बाद पुलिस में शिकायत की गई. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उन्हें ज्यूडीशियल कस्टडी में भेज दिया गया.
हरियाणा पुलिस ने मामले में मोरनी पुलिस स्टेशन के एक एएसआई, एक कांस्टेबल और महिला थाने के एक एएसआई को सस्पेंड कर दिया है.
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