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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose wala murder case) में दिल्ली और मुंबई पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. मुंबई और दिल्ली पुलिस ने अपनी संयुक्त कार्रवाई में शार्प शूटर सिद्धेश हीरामन कांबले उर्फ सौरभ महाकाल (Saurabh Mahakal) को पुणे से गिरफ्तार किया है. हालांकि, सौरभ महाकाल की गिरफ्तारी पुणे में दर्ज MCOCA के एक पुराने केस में हुई है और स्पेशल कोर्ट ने उसे 20 जून तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. पुलिस का दावा है कि सौरभ महाकाल के करीबी शूटर ने ही सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) की हत्या की है.
वहीं, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) और उनके पिता सलीम खान (Salim Khan) को धमकी भरे पत्र भेजने के संबंध में भी पुलिस को सौरभ महाकाल का हाथ होने की संभावना है.
सौरभ महाकाल का असली नाम सिद्धेश हीरामन काम्बले (Siddhesh Hiraman Kamble) है. पुलिस ने इसे पुणे से गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि सौरभ महाकाल, मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली (Don Arun Gawli) गैंग का शॉर्प शूटर है. सौरभ महाकाल पर पुणे के अलग-अलग थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से एक ओमकार बांखेले (Omkar Bankhele) उर्फ राण्या की हत्या का भी केस शामिल है. पुलिस ने सौरभ महाकाल को इसी केस में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, बांखेले उर्फ राण्या की हत्या के बाद महाकाल ने संतोष जाधव (Santosh Jadhav) को पनाह दी थी.
संतोष जाधव भी डॉन अरुण गवली गैंग का शॉर्प शूटर है. संतोष जाधव भी उन संदिग्ध शूटरों में एक है, जिसकी तलाश मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस को है. हालांकि, संतोष जाधव, राण्या हत्या के बाद से ही अंडरग्राउंड है. अब तक पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले में 8 लोगों को पकड़ा है, जिनमें 4 लोगों की संलिप्तता के सबूत भी पुलिस को मिले हैं.
सौरभ महाकाल लॉरेंस गैंग का भी शार्प शूटर बताया जा रहा है. क्योंकि, दिल्ली स्पेशल सेल के सीपी एचएस धालीवाल ने बताया था कि लॉरेंस ही मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड है. मूसेवाला हत्या के बाद पुलिस को आशंका थी कि इसमें कई सारे राज्यों के शार्प शूटर शामिल हैं. ऐसे में जब जांच-पड़ताल की गई तो आशंका सही साबित हुई. उसी क्रम में पता चला था कि इस घटना में मुंबई से कुछ शार्प शूटर शामिल हुए थे. इनमें संतोष जाधव और महाकाल का नाम सबसे पहले सामने आया था.
उधर, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पंजाब पुलिस ने संदीप उर्फ केकड़ा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. पंजाब पुलिस के मुताबिक, संदीप उर्फ केकड़ा ने सिद्धू मूसावाला की रेकी कर सारी जानकारी शूटरों को दी थी, जिसके बाद 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. बताया जा रहा है कि केकड़ा खुद गैंगस्टर ना होकर सचिन बिश्नोई का दोस्त है, इसी दोस्ती के नाम पर सचिन ने केकड़ा को रेकी करने की जिम्मेदारी दी थी. पुलिस ने केकड़ा को सिरसा के कालांवाली क्षेत्र के एक गांव से गिरफ्तार किया था.
बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन केकड़ा सिद्धू मूसेवाला का फैन बनकर उनके घर पहुंचा था. बाहर मूसेवाला के साथ सेल्फी ली और काफी देर डटा रहा. जैसे ही मूसेवाला बाहर निकले तो केकड़ा ने फिर सारी जानकारी आगे शूटरों को दे दी थी. उसके बाद शूटरों ने मूसेवाला को घेरने की योजना बना ली और मौका मिलते ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड कनाडा में बैठा गोल्डी बरार बताया जा रहा है. गोल्डी बरार जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का बेहद करीबी है. बताया जा रहा है कि इन्होंने अपने दोस्त विक्की मिद्दूखेड़ा की मौत का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया है.
बता दें, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई रविवार शाम साढ़े 5 बजे मानसा के गांव जवाहरके में हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला पर करीब 40 राउंड फायरिंग की गई थी. मूसेवाला के शरीर पर 19 जख्म मिले थे. इनमें 7 गोलियां सीधी मूसेवाला को लगी थीं. गोली लगने के 15 मिनट के भीतर मूसेवाला की मौत हो गई थी. बोलेरो और कोरोला गाड़ी से पीछा कर थार जीप से जा रहे मूसेवाला को कत्ल किया गया था. उस वक्त मूसेवाला के साथ गनमैन नहीं थे.
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