Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Crime Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019सुल्ली डील्स में पहली गिरफ्तारी: कौन है 'मास्टरमाइंड' ओंकारेश्वर ठाकुर?

सुल्ली डील्स में पहली गिरफ्तारी: कौन है 'मास्टरमाइंड' ओंकारेश्वर ठाकुर?

“बेटे ने कहा कहीं भी नाम आ जाए तो फांसी पर लटका देना”- Sulli Deals मामले में गिरफ्तार आरोपी के पिता

क्विंट हिंदी
क्राइम
Updated:
<div class="paragraphs"><p>दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपी को इंदौर से पकड़ा</p></div>
i

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपी को इंदौर से पकड़ा

(फोटो: Altered by Quint)

advertisement

Github पर सुल्ली डील्स (Sulli Deals) ऐप बनने के छह महीने बाद दिल्ली पुलिस ने 9 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर से एक 26 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान ओंकारेश्वर ठाकुर के रूप में हुई है. दिल्ली पुलिस के अनुसार ओंकारेश्वर ठाकुर ने ही सुल्ली डील्स ऐप को बनाया था और वो इसके पीछे का “मास्टरमाइंड” है. हालांकि परिवार का कहना है कि ओंकारेश्वर निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है.

“बेटे ने कहा कहीं भी नाम आ जाए तो फांसी पर लटका देना”- आरोपी के पिता

ओंकारेश्वर ठाकुर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) टीम ने इंदौर के न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप से गिरफ्तार किया. ठाकुर आईपीएस अकैडमी से BCA की पढ़ाई कर रहा था.

दिल्ली पुलिस IFSO के पुलिस डिप्टी कमिशनर KPS मल्होत्रा ​​ने कहा कि

"ओम ठाकुर को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है. वह सुल्ली डील ऐप मामले का मुख्य मास्टरमाइंड है."

दूसरी तरफ आरोपी के परिवार का कहना है कि उसे फंसाया जा रहा है. मीडिया से बात करते हुए आरोपी के पिता अखिलेश ठाकुर ने कहा कि "उसने 2018 में बीसीए पास किया और उसके बाद वो घर से वेब डिजाइनिंग कर रहा है. हमने उसके व्यवहार के बारे में कभी कोई कोई गलत बात नहीं सुनी या देखी. मेरे छोटे बेटे ने भी बीटेक किया है और TCS, इंदौर में काम कर रहा है. मुझे लगता है कि उसको फंसाया जा रहा है”

“2 लोग सिविल ड्रेस में आये थे गिरफ्तार करने. गिरफ्तारी के समय में घर पर मौजूद नहीं था…बेटे ने पुलिस से कहा कि मेरा कहीं भी नाम आ जाए तो फांसी पर लटका देना”
आरोपी के पिता
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

कॉलेज स्टाफ के अनुसार ओमकारेश्वर को 2016 में अपना बीसीए पूरा करना चाहिए था लेकिन वह ATKT में फंस गया था और इसलिए उसने 2018 में अपना बीसीए पूरा किया.

“सामने वाले मुस्लिम परिवार से पूछ सकते हैं कि क्या हमने कभी कुछ गलत किया”- आरोपी का भाई

ओंकारेश्वर ठाकुर के छोटे भाई मंडलेश्वर ने द क्विंट को बताया कि “मेरे भाई को उसके आईटी बैकग्राउंड के कारण फंसाया जा रहा है. वो सोशल मीडिया पर नहीं थे और दोनों ज्यादातर घर में ही रहते हैं. वो वेब डिजाइन और डेवलपमेंट का फ्रीलांसिंग काम करते थे और कॉलेज से पहले भी वो कंप्यूटर में काफी अच्छे थे”

“वो परिवार का फेवरेट बच्चे हैं और उनके व्यवहार के बारे में कभी किसी ने शिकायत नहीं की. हमारे घर के सामने एक मुस्लिम परिवार है और आप उनसे पूछ सकते हैं कि क्या हमने कभी कुछ गलत किया है. उन्हें फंसाया जा रहा है"
आरोपी का भाई

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 09 Jan 2022,03:57 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT