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UP ATS ने जासूसी के आरोप में भारतीय दूतावास के कर्मचारी को मेरठ से किया गिरफ्तार

आरोपी 2021 से मॉस्को में भारतीय दूतावास में IBSA के पद पर काम कर रहा था.

क्विंट हिंदी
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UP ATS ने जासूसी के आरोप में भारतीय दूतावास के कर्मचारी को मेरठ से किया गिरफ्तार

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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भारतीय विदेश मंत्रालय में मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS) के पद पर कार्यरत सत्येन्द्र सिवाल (Satyendra Siwal) नाम के व्यक्ति को उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (UP ATS) ने गिरफ्तार किया है. सत्येन्द्र सिवाल पर पाकिस्तानी एजेंसी ISI को रक्षा, विदेशी और सुरक्षा प्रतिष्ठानों के संबंध में गोपनीय और गुप्त जानकारी साझा करने का आरोप है.

बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एक एजेंट को उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने शनिवार, 3 फरवरी को मेरठ से गिरफ्तार किया.

ऑफिसियल स्टेटमेंट में कहा गया है कि यूपी एटीएस को विभिन्न गोपनीय स्रोतों से जानकारी मिल रही थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संचालक भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में छिपी पहचान वाले कुछ व्यक्तियों को बरगलाने और लुभाने की कोशिश कर रहे थे.

यूपी एटीएस को कई गोपनीय स्रोतों से इनपुट मिले थे कि पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी ISI के संचालकों ने भारतीय सेना के बारे में शीर्ष गुप्त जानकारी लीक करने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय में काम करने वाले कुछ लोगों को प्रभावित करने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया था.

आरोपी सत्येन्द्र सिवाल, उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का रहने वाला है. वह 2021 से मॉस्को में भारतीय दूतावास में भारत-आधारित सुरक्षा सहायक के रूप में काम कर रहा था.

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आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कथित जासूस पर "भारतीय सेना से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों को पैसे का लालच देने" का आरोप लगाया गया था.

उसने कथित तौर पर "गोपनीय और प्रतिबंधित जानकारी प्राप्त की, जिससे भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा होने की संभावना है."

ATS फील्ड यूनिट, मेरठ द्वारा सिवाल से पूछताछ की गई, जिसके दौरान उसने "अपना अपराध कबूल कर लिया."

सत्येन्द्र सिवाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 121ए (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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