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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) के ककोड़ में 14 जून को मोबाइल चोरी के शक में स्थानीय दबंगों पर साहिल नाम के मुस्लिम युवक को पेड़ से बांधकर पीटने का आरोप लगा है. पीटने के अलावा दबंगों ने युवक को गंजा किया और जबरन जय श्री राम के नारे भी लगवाए. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पीड़ित मुस्लिम युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उल्टे उसे ही जेल में बंद कर दिया है.
विवाद बढ़ने के बाद जहां SHO अमर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है वहीं मारपीट के तीनों आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
यह पूरा मामला यूपी के बुलंदशहर के थाना ककोड़ के वैर गांव का है. बुलंदशहर के सीनियर पुलिस अधीक्षक को लिखे गए पत्र में पीड़ित युवक साहिल की मां नूरबानो ने बताया कि 13 जून को दोपहर के वक्त गजेंद्र, सौरभ और धन्नी नाम के तीन युवक बाइक से आए और साहिल को जबरदस्ती उठा ले गए.
साहिल की मां की तरफ से लिखे गए पत्र में बताया गया है कि युवकों ने साहिल का मोबाइल फोन और 1500 रूपए भी छीन लिए. उन लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने की धमकी दी और कहा कि तुमको और तुम्हारे परिवार को जो करना है कर लो, तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे, हम यहां के दादा हैं और यहां हमारी हुकूमत चलती है. पुलिस में हमारी जान-पहचान है और हम बहुत जल्दी तेरे परिवार को यहां से भगा देंगे और जान से मार डालेंगे.
बुलंदशहर एसएसपी श्लोक कुमार ने क्विंट हिंदी से बात करते हुए कहा कि वारदात में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और एसएचओ अमर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. तीनों आरोपियों के खिलाफ बंधक बनाने के आरोप में 342, 295 ए, 153 ए और 505 के तहत एफआईआर हुई है.
उन्होंने आगे बताया कि साहिल पर बीते दिनों के कुछ मुकदमे हैं, जिसमें आर्म्स एक्ट भी शामिल है, उसी के तहत उसका चालान कर दिया गया था.
पीड़ित साहिल के पिता शकील ने कहा कि मेरा लड़का काम करने गया हुआ और खाना खाने के लिए घर आ रहा था, तभी कुछ लोगों ने उसे ले जाकर पेड़ से बांधे और उसका बेल्ट निकालकर उसे मारा.
साहित के पिता कहते हैं कि कोई हमारी फरियाद नहीं सुन रहा है. हम थाने गए तो हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई, हमारे लड़के को उठाकर जेल में डाल दिया गया है.
साहिल की मां नूर बानो कहती हैं कि मेरा बेटा पुताई करता है, वो खाना खाने आ रहा था, तभी वैर अड्डे पर तीन लोगों ने उसे पकड़ लिया. हमने तीनों के नाम बताए हैं. हमें इस बात का पता दूसरे दिन लगा और जब हम थाने गए तो हमें धमकाया गया और हमारे ही लड़के को जेल भेज दिया गया.
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