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उत्तर-प्रदेश विधानसभा चुनाव मद्देनजर स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने शनिवार दोपहर तीन बजे दस जनपथ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की।
हालांकि शनिवार की इस बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के सभी सदस्य मौजूद नहीं रहे। करीब एक घंटे चली इस बैठक में प्रियंका गांधी के प्रस्तावित यूपी दौरे की भी चर्चा हुई।
दरअसल बीते 17 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया था। ये समिति चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन और चुनावी रणनीति बनाएगी। समिति का अध्यक्ष जितेंद्र सिंह को बनाया गया है। वहीं दीपेंद्र हुड्डा और वर्षा गायकवाड़ को सदस्य बनाया गया है। पार्टी के अनुसार जल्द ही स्क्रीनिंग कमेटी उम्मदीवारों के पैनल की लिस्ट बनाएगी। कई स्तर की प्रक्रिया के बाद उम्मदवारों का चयन किया जाएगा।
हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस की ओर से अघोषित तौर पर करीब 60 नेताओं को उत्तर-प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतरने की हरी झंडी दी जा चुकी है। यूपी प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव जमीनी हकीकत को देखते हुए उम्मीदवारों पर फैसला ले रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस पार्टी में ऐसा पहली बार होगा जब बिना स्क्रीनिंग कमेटी के सीधे उम्मीदवारों पर निर्णय ले लिया जाएगा।
गौरतलब है कि 29 सितंबर को प्रियंका गांधी की मेरठ में प्रतिज्ञा महारैली प्रस्तावित थी जिसे स्थगित कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार पितृ पक्ष के कारण कार्यक्रम की तिथि को बदलकर अब 9 अक्तूबर कर दी गई है। जिसके अनुसार अब 9 अक्टूबर को वाराणसी में प्रतिज्ञा महारैली करके प्रियंका गांधी अपने चुनावी अभीयान की शुरूआत करेंगी। जिसके 7 अक्टूबर को आगरा, 16 अक्टूबर को प्रयागराज, 23 अक्टूबर को कानपुर में 12 हजार किलोमीटर की चुनावी यात्रा प्रस्तावित है।
उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीनों के समय शेष बच गया है। राज्य में 2022 में चुनाव होने है ऐसे में कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन तलाशने में जुटी है। इसी सिलसिले में कांग्रेस पार्टी अभी से उम्मदीवारों के चयन के काम में जुट गई है।
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