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दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR Pollution) में प्रदूषण का स्तर पिछले दिनों काफी बढ़ा हुआ था, लेकिन फिलहाल राहत है कि अब धीरे-धीरे दिल्ली की हवा में सुधार होता दिख रहा है. आज सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 347 यानी 'खराब श्रेणी' में दर्ज किया गया है. नोएडा (यूपी) में ‘बहुत खराब' श्रेणी में 331, गुरुग्राम (हरियाणा) में ‘बहुत खराब' श्रेणी में 309 है.
इस बीच दिल्ली सरकार ने कई पाबंदियों को हटा दिया है, वर्क फ्रॉम होम खत्म किया गया है, निर्माण कार्यों पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया है.
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि, वर्क फ्रॉम होम के निर्देशों में संशोधन करते हुए आज से कार्यालयों में पूरी क्षमता से काम किया जा रहा है. हाईवे, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पाइपलाइन से संबंधित निर्माण कार्य पर लगी रोक हटाई गई है.
उन्होंने कहा कि, "9 तारीख से प्राइमरी स्कूल खोले जाएंगे और उसके ऊपर की कक्षाओं में ओपन एक्टिविटी पर लगे प्रतिबंध को भी हटाया जा रहा है."
यही नहीं दिल्ली में गैर-बीएस 6 डीजल वाहनों पर लगे बैन को भी हटाया गया है और उद्योगों को बंद करने के आदेश को वापस लिया गया है.
दिल्ली में गैर-बीएस 6 डीजल वाहनों पर लगे बैन को भी हटाया गया है. इसका मतलब बीएस-3 और बीएस-4 इंजन वाली गाड़ियों पर लगा बैन हट चुका है. बीएस का मतलब भारत स्टेज है और इससे वाहनों से होने वाले प्रदूषण का पता चलता है. बीएस के जरिए ही भारत सरकार वाहनों के इंजन से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण को मापती है. बीएस स्टैंडर्ड सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तय करता है. बीएस-3 इंजन की तुलना में बीएस-4 इंजन से प्रदूषण कम होता है.
बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार 1 अप्रैल 2017 से भारत में बीएस-3 इंजन वाले वाहनों की बिक्री पर रोक लगा दी गई थी.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने बताया है कि, पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में पिछले दिन (2,817) के मुकाबले भारी कमी आई हैं और यह महज 599 रह गई हैं. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि, ‘सफर' के मुताबिक दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषकों में पराली जलने की हिस्सेदारी शनिवार के 21% से घटकर रविवार को 18% रह गई.
दिल्ली से सटे नोएडा में प्रदूषण के चलते कक्षा 1 से आठवीं तक के स्कूल बंद कर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी गई थी. अब जिला अधिकारी ने अपने नए आदेश में कहा है कि, 9 नवंबर से बच्चों के स्कूल खुल जाएंगे. जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर ने अपने आदेश में अफसरों को प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं.
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