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जयपुर (Jaipur) फोन टैपिंग मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ओएसडी लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने ईमेल के जरिए नोटिस भेजा है. नोटिस में उन्हें 22 अक्टूबर को 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है.
लोकेश शर्मा इस मामले में अभी कानूनी राय ले रहे हैं. इससे पहले शर्मा को 24 जुलाई को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन उस समय वो पेश नहीं हुए थे.
ओएसडी शर्मा ने किए गए एफआईआर (FIR) को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में चुनौती दी हुई है. हाईकोर्ट में अब तक तीन बार सुनवाई हो चुकी है, हाल ही में लोकेश शर्मा को 13 जनवरी तक हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर राहत मिली है. 13 जनवरी तक दिल्ली क्राइम ब्रांच शर्मा को गिरफ्तार नहीं कर सकती लेकिन उनसे पूछताछ की जा सकती है.
दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) को मामले दर्ज किए सात महीने होने वाले हैं, लेकिन अब तक इसमें खास प्रगति नहीं हुई है. अब तक सीएम के ओएसडी से लेकर किसी से भी पूछताछ नहीं हुई है. दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. संभावना जतायी जा रही है कि इस मामले में अगले वर्ष ही कोई फैसला हो सकेगा.
ओएसडी शर्मा से पहले सरकारी मुख्य सचेतक डॉ.महेश जोशी को 24 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने उम्र का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए उपस्थित होने से इनकार कर दिया था.
पिछले साल जुलाई में सचिन पायलट कैंप की बगावत के बाद, गहलोत खेमे ने भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाते कुछ ऑडियो टेप वायरल किए थे. जिसमें केंद्रीय मंत्री शेखावत की कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के साथ गहलोत सरकार को गिराने के लिए सौदेबाजी का आरोप लगाया था.
लोकेश शर्मा पिछले दिनों एक ट्वीट के लिए भी सुर्खियों में थे. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के स्तीफे के बाद उन्होंने पार्टी आला कमान के फैसले पर सवाल उठाने जैसा ट्वीट कर दिया. उन्होंने अपने हैंडल से किए गए ट्वीट में एक शेर के जरिए कांग्रेस पार्टी के फैसले पर निशाना साधा था...
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