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दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) की हवा बेहद जहरीली हो चुकी है. पिछले कुछ दिनों से खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है. प्रदूषण का लेवल इमरजेंसी स्तर पर पहुंच गया है. AQI 450 के लेवल पर पहुंच चुका है. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि दिल्ली में सीएक्यूएम (Commission for Air Quality Management) ने ग्रैप के चौथे चरण को लागू कर दिया है. जिसके साथ ही अब दिल्ली में कई गाड़ियों के लिए लॉकडाउन लग गया है. सरकार ने अब दिल्ली में कई गाड़ियों की एंट्री पर बैन लगा दिया है.
किन गाड़ियों पर लगा बैन? जरूरी सेवाओं और सर्विस से जुड़े ट्रकों को छोड़कर सब पर बैन लगा दिया गया है. हालांकि इसमें सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छूट दी गई है. दिल्ली के अंदर हल्के और मीडियम माल उठाने वाले डीजल ट्रकों पर भी बैन लगा है, जरूरी सर्विसेंज से जुड़े ट्रकों को छूट दी गई है. दिल्ली और एनसीआर में डीजल वाली चार पहिया वाहनों पर रोक रहेगी. हालांकि, आपातकालीन वाहनों को छूट दी गई है.
क्या ऑड ईवन सिस्टम हो सकता है लागू? रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर प्रदूषण का लेवल इसी तरह से बढ़ता रहा तो सरकार एक बार फिर ऑड-ईवन सिस्टम लागू कर सकती है.
बसों और मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने का था प्रस्ताव? 29 अक्टूबर को ही प्रदूषण को देखते हुए ग्रैप का तीसरा चरण लागू किया गया था, जिसके तहत लोगों को ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल की बात की गई थी, जिससे सड़क पर प्राइवेट गाड़ियों की भीड़ कम हो, लेकिन अभी तक डीएमआरसी और डीटीसी की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है.
क्यों बढ़ा प्रदूषण? मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम इलाके में पराली जलाने की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है, इस समय उत्तर-पश्चिम हवाएं चल रही हैं, जो अपने साथ पराली का प्रदूषण लेकर आ रही हैं.
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