advertisement
दिल्ली सरकार ने बुधवार को जारी एक आदेश के तहत राजधानी दिल्ली के स्कूलों में 11 मई से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया. दिल्ली सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक 11 मई से 30 जून के बीच सभी स्कूलों में छात्रों को स्कूल से संबंधित किसी गतिविधि में शामिल नहीं किया जाएगा.
कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों के दौरान होने वाली किसी भी शिक्षण गतिविधि के लिए छात्रों को नहीं बुलाया जाएगा.
गौरतलब है कि दिल्ली में 13 मार्च को सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए थे. कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए केजरीवाल सरकार ने स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए थे. हालांकि इस दौरान विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों के जरिए छात्रों को उनके सिलेबस संबंधी शिक्षा मुहैया कराई जा रही है.
विभिन्न स्कूलों के अध्यापक मोबाइल पर व्हाट्सएप, यूट्यूब एवं स्काइप के जरिए छात्रों के संपर्क में हैं. दिल्ली शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी आदेश के बाद अब 11 मई से दिल्ली के स्कूली छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं भी नहीं लगेंगी.
इसे भी पढ़े : विशाखापत्तनम में जहरीली गैस लीक, 7 की मौत, 1000 लोग बीमार
इससे पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बोर्ड परीक्षाएं करवाए बगैर आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का सुझाव दिया था. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने देशभर के शिक्षा मंत्रियों एवं शिक्षा सचिवों के साथ विभिन्न विषयों पर एक अहम बैठक की थी.
इस बैठक में सिसोदिया ने 10वीं और 12वीं की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाएं न करवा कर आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर ही छात्रों का रिजल्ट जारी करने की बात कही थी. हालांकि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय व सीबीएसई बोर्ड ने दिल्ली सरकार की इस सलाह से असहमति जताई है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)