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डीयू में एडमिशन शुरू,98-99 फीसदी कट-ऑफ ने कइयों को किया निराश

डीयू में एडमिशन के लिए बेहद कड़ी प्रतियोगिता. बीए (ऑनर्स) पॉलिटिकल साइंस कोर्स के लिए एक लाख एप्लीकेशन आए थे

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शिक्षा
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डीयू के कई कॉलेजों में ए़डमिशन के लिए कट-ऑफ मार्क्स 98 फीसदी तक पहुंच गए
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डीयू के कई कॉलेजों में ए़डमिशन के लिए कट-ऑफ मार्क्स 98 फीसदी तक पहुंच गए
(फोटो : द क्विंट)

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बेहद ऊंचे कट-ऑफ मार्क्स के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन शुरू गए हैं. जबरदस्त गर्मी में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राएं और उनके पैरेंट्स लंबी कतारों में लगे दिखे. यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेजों में एडमिशन के लिए कट-ऑफ मार्क्स काफी ऊंचे हैं. हिंदू कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस (ऑनर्स) के लिए कट-ऑफ मार्क 99 पर्सेंट पहुंच गया. यह पिछले साल की तुलना में भी ज्यादा है. दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए 63 हजार सीटें हैं.

कहीं खुशी तो कहीं हाथ लगी मायूसी

एडमिशन के लिए बेहद कड़ी प्रतियोगिता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीए (ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस कोर्स के लिए एक लाख एप्लीकेशन आए थे. मिरांडा हाउस में अपनी बेटी का एडमिशन कराने आए अंबाला के संजीव सूद ने कहा कि पॉलिटिकल साइंस में बीए (ऑनर्स) के लिए एक लाख एप्लीकेशन आए थे. मुझे खुशी है कि मेरी बेटी को मिरांडा हाउस में इस कोर्स में एडमिशन मिल गया. हालांकि उनकी शिकायत थी एडमिशन की प्रक्रिया में काफी देर लग रही है. कुछ स्टूडेंट्स को इस कोर्स में एडमिशन नहीं मिला और उन्हें दूसरे ऑप्शन चुनने पड़े.

कट-ऑफ मार्क लिस्ट में न आ पाने में नाकाम पानीपत की प्रतिक्रिया कुछ यूं थी

मैं पॉलिटिकल साइंस बीए (ऑनर्स) करना चाहता था लेकिन कट-ऑफ मार्क्स से मेरे मार्क्स कम थे. इसलिए बीए में एडमिशन लेना पड़ा. मुझे पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश का कॉम्बिनेशन लेना पड़ा, जिसका कट-ऑफ मार्क्स 94 फीसदी है. 
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99 फीसदी कट-ऑफ मार्क से हैरान हैं स्टूडेंट्स और पैरेंट्स

डीयू में एडमिशन के ख्वाहिशमंद समन हुसैन हिंदू कॉलेज का कट-ऑफ 99 फीसदी पहुंचने पर हैरान हैं. समन डीयू के किसी अच्छे कॉलेज से सोशियोलॉजी में बीए करना चाहते थे लेकिन कट-ऑफ काफी ज्यादा होने से उन्हें कोई अच्छा कॉलेज नहीं मिला. उनका कहना है कि इस बार 12वीं में 90 फीसदी से ज्यादा मार्क्स लाने वालों की तादाद काफी ज्यादा है. इसलिए कट-ऑफ मार्क्स 99 फीसदी से ऊपर जा रहे हैं.

डीयू में एडमिशन का मौका खोज रही एक छात्रा की मां ने कहा कि 95 फीसदी मार्क्स अब 85 फीसदी मार्क्स लाने जैसा हो गया है.90 फीसदी से ऊपर के कट-ऑफ मार्क्स की वजह से स्टूडेंट्स को मनपंसद कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहा है.

(इनपुट- PTI)

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