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केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक बोर्ड परीक्षाओं और एंट्रेंस परीक्षाओं के मुद्दे पर छात्रों को संबोधित किया. लाइव सेशन में शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तारीख और सिलेबस पर फैसला बाद में लिया जाएदा. निशंक ने अपने लाइव में बताया कि छात्रों पर भार कम करने के लिए सीबीएसई ने 30 फीसदी तक सिलेबस को कम कर दिया है. उन्होंने ये भी बताया कि सीबीएसई ने इवैलुएशन (मूल्यांकन) सिस्टम से 'फेल' शब्द को हटा दिया है.
निशंक ने कहा कि सीबीएसई 2021 बोर्ड परीक्षाओं की तारीख का ऐलान, परीक्षाओं से काफी पहले किया जाएगा ताकि छात्रों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिले.
एक छात्र के सवाल पर, शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर परीक्षाएं टाले जाने के हालात बनते हैं, तब सरकार इसपर फैसला लेगी. निशंक ने कहा कि बच्चों पर दबाव कम करने के लिए सीबीएसई ने 30 फीसदी तक सिलेबस कम कर दिया है.
लाइव में निशंक ने कहा कि अभी तक 17 राज्यों में स्कूलों को खोला जा चुका है, और बाकी स्कूलों के भी जल्द खुलने की उम्मीदें हैं.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नीट 2021 परीक्षाओं को कैंसल करने का कोई प्लान नहीं है. उन्होंने कहा, "हमने 2020 में नीट को तीन पार टाला, और छात्रों को एग्जाम सेंटर बदलने का विकल्प दिया. हम परीक्षाओं को कैंसल कर सकते थे, लेकिन इससे छात्रों को काफी नुकसान होता."
सितंबर में हुईं NEET और JEE परीक्षाओं पर सरकार की तारीफ करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड के दौर में, NEET, दुनिया में परीक्षाओं का सबसे बड़ा आयोजन साबित हुआ. अगर सेफ्टी गाइडलाइंस का सही से पालन किया जाए, तो कोई छात्र संक्रमित नहीं होगा.
एक छात्र के सवाल के जवाब में, निशंक ने बताया कि मंत्रालय प्रतियोगी परीक्षा JEE मेन के आयोजन का नंबर बढ़ाने पर विचार कर रहा है. बता दें कि JEE मेन की परीक्षा फिलहाल साल में दो बार आयोजित की जाती है.
शिक्षा मंत्री ने JEE मेन समेत प्रतियोगी परीक्षाओं के सिलेबस पर भी बात की. उन्होंने कहा कि कई बोर्ड्स ने अपना सिलेबस कम किया है, लेकिन कई राज्यों ने ऐसा नहीं किया है. निशंक ने बताया कि मंत्रालय JEE मेन 2021 के सिलेबस पर चर्चा कर रहा है, ताकि सभी बोर्ड्स के छात्र परीक्षा में बैठ सकें.
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