advertisement
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) यूनिवर्सिटी में इन दिनों नए सत्र का एडमिशन प्रोसेस चल रहा है. NIRF रैंकिंग में नंबर तीन पर आने वाली इस यूनिवर्सिटी में छात्रों और अभिभावकों को फीस जमा (Fee Deposit) करने के लिए तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बैंक के बाहर लंबी–लंबी कतारें लगी हैं. छात्रों के मुताबिक युनिवर्सिटी में ऑनलाइन (Online) फीस जमा नहीं हो पाती है, कभी साइट काम नहीं करती तो कभी पैसे फंस जाते हैं. साथ ही फर्स्ट ईयर की फीस ऑनलाइन जमा करने का ऑप्शन ही नहीं है.
बुधवार, 26 जुलाई को फीस की लाइन में लगे एक युवक और बैंक गार्ड के बीच मारपीट का वीडियो सामने आया. इसके बाद जामिया के कई पूर्व छात्रों और मौजूदा छात्रों ने इसका जिम्मेदार जामिया प्रशासन के गैर जिम्मेदारान रवैये को ठहराया है. छात्र संगठनों ने इसकी निंदा करते हुए बैंक से माफी मांगने को कहा है.
क्विंट हिंदी से बात करते हुए एक अभिभावक हसन इमाम ने बाताया कि वो दो दिन से सुबह 9 बजे से लाइन में आकर लग रहे हैं लेकिन फीस जमा नहीं कर पाए हैं. फीस जमा करने की आखिरी तारीख भी 28 जुलाई ही है.
उन्होंने कहा, "मैं कल भी लाइन में खड़ा रहा पर मेरा नंबर आते-आते बैंक बंद हो गया. फिर भी बैंक की तरफ से मुझे कोई टोकन नहीं दिया गया ताकी अगले दिन मेरा नंबर जल्दी आ जाए. मैं आज भी सुबह से ही लाइन में लगा हूं और अब मैं हताश होकर बैठा हूं. जामिया को चाहिए कि ऑन लाइन फीस जमा करने की सुविधा हो."
हसन इमाम का कहना है कि "जब नए एडमिशन हो रहें है तो आप सबको एक साथ क्यों डेट दे दिए. कोई हास्टल रिनिवल का, कोई PG, कोई सेकंड-थर्ड ईयर.पुराने बच्चों को अलग से डेट देना चाहिए था."
एक छात्र ने कहा कि "बैंक वाले सुबह 10 बजे से 300 छात्रों की फीस भी नहीं जमा कर पाए हैं और 3:30 बजे ही काउंटर बंद कर दिया. कोई टॉकन भी नहीं दिया. कल हम जब वापस आएंगे तो फिर से लंबी लाइन में लगना पड़ेगा."
छात्र सागर राणा का कहना है, "ऑनलाइन फीस जमा करने जाते हैं तो साइट चलती नहीं है. इस साल हॉस्टल की भी फीस साथ जमा हो रही है तो रश ज्यादा है. जामिया प्रशासन को ये देखना चाहिए जब इतने ज्यादा बच्चे हैं तों एक बैंक पर इतनी निर्भरता गलत है."
बैंक गार्ड की मारपीट के वीडियो पर क्विंट से बात करते हुए जामिया PRO अहमद अजीम ने बताया कि बैंक को निर्देश दे दिए गए हैं कि आपको ऐसा बर्ताव किसी भी अभिभावक या स्टूडेंट के साथ नहीं करना है. उन्होंने कहा कि सेकंड-थर्ड ईयर की ऑनलाइन फीस जमा होती है पर फर्स्ट ईयर की फीस ऑनलाइन नहीं करते है, क्योंकि इससे पहले नए एडमिशन में कई ठगी के केस आ चुके हैं.
जामिया PRO ने कहा, हमारी तरफ से बैंक को कहा गया है कि आप कांउटर्स बढ़ाइए और ईयर-वाइज अलग-अलग काउंटर बनाए ताकि कोई बदइंतजामी ना हो. जहां तक मेरी जानकारी है बैंक ने मारपीट करने वाले गार्ड को सस्पेंड भी कर दिया है.
जामिया ने 27 जुलाई को एक नोटिस जारी करके हास्टल फीस जमा करने की लास्ट डेट 10 अगस्त कर दी है. कोर्स की फीस के लिए भी काउंटर 28 और 31 जुलाई को खुले रहेंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)