advertisement
खेल-कूद, मस्ती हवा हो गई और पढ़ाई का टाइम भी खत्म हो रहा है, क्योंकि एग्जाम सिर पर हैं.
तो अपने-अपने ‘हथियार’ तैयार कर लें. अरे, जैसे पेन, नोट्स, किताबें. अरे भाई ये एग्जाम किसी जंग से कम है क्या? तो अपने पास हथियार तो यही हैं, तो फिर मैदान में जाने के लिए तैयार हो जाइए.
हमारा यकीन मानिए, ये एग्जाम का महीना आपके, आपके पैरेंट्स और पड़ोस वाले शर्माजी के लिए किसी रोलर कोस्टर राइड से कम थोड़ी है.
अब आप पूछेंगे कि ये सब हमें कैसे पता? तो, वो इसलिए क्योंकि हम इन सबसे होकर गुजर चुके हैं...
पहले हमें भी नहीं पता था, लेकिन बाद में पता चला कि ये भी बाकी के एग्जाम की तरह होते हैं. लेकिन, असली सवाल ये है कि बोर्ड एग्जाम में आने वाले मार्क्स कितने जरूरी हैं?
क्या आपको जीवनभर के लिए इस एग्जाम के मार्क्स ही परिभाषित करते रहेंगे?
थोड़ा रुकिए और सांस लीजिए...
इस एग्जाम के मौसम में हम आपको बताना चाहते हैं कि आप अकेले नहीं हैं. #MarksDontMatter क्विंट का एक कैंपेन, बोर्ड का एग्जाम दे रहे उन सभी छात्रों के लिए है जो एग्जाम को लेकर चिंता में है.
क्विंट चाहता है कि आपको पता चले कि #MarksDontMatter.
हम तक पहुंचने में हिचकिचाइए नहीं. हम यहां आपको सुनने के लिए हैं.
आप एग्जाम में जुड़े अपने सवाल हमें myreport@thequint.com or WhatsApp it to 9999008335 पर भेज सकते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)