advertisement
भारतीय अरबपति और खनन व्यवसायी हरपाल रंधावा और उनके 22 वर्षीय बेटे आमेर की 29 सितंबर को जिम्बाब्वे में एक विमान दुर्घटना (Plane Crash) में मौत हो गई. इनके अलावा अन्य चार लोगों की भी दुर्घटना में मौत हो गई.
PTI के अनुसार, घटना तब घटी जब उनका निजी विमान तकनीकी खराबी के कारण दक्षिण-पश्चिमी जिम्बाब्वे में एक हीरे की खदान के पास से गुजर रहा था, उसी वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
खनन व्यवसायी और उनके बेटा रियोजिम निजी सेसना 206 विमान में यात्रा कर रहे थे. जब दुर्घटना हुई तब वे हरारे से मुरोवा हीरा खदान की ओर जा रहे थे.
एकल इंजन वाला विमान मुरोवा डायमंड्स खदान के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसका आंशिक स्वामित्व रियोजिम के पास था. दुर्घटना में जहाज पर सवार सभी यात्रियों और चालक दल की मृत्यु हो गई.
द हेराल्ड के अनुसार, पुलिस ने कहा कि पीड़ितों में दो जिम्बाब्वेवासी और चार विदेशी शामिल हैं. जिम्बाब्वे गणराज्य पुलिस ने एक विमान दुर्घटना की रिपोर्ट दी है जो 29 सितंबर को सुबह 7.30 से 8 बजे के बीच हुई, जिसमें छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है.
रंधावा जिम्बाब्वे की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रियोजिम के मालिक थे, जो सोना, कोयला, टोल रिफाइन निकल और तांबा का उत्पादन करती है.
रंधावा के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह जुलाई 1993 में उनके द्वारा स्थापित GEM होल्डिंग्स के अध्यक्ष थे. GEM होल्डिंग्स, एक निजी इक्विटी फर्म है जो अब 4 बिलियन डॉलर की है.
एलिमेंट्स प्लेटफॉर्म्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन अजय बग्गा के अनुसार, हरपाल भारत में एक और वेंचर का प्लान कर रहे थे.
आमेर रंधावा एक प्रशिक्षित पायलट थे और फ्लाइट में एक यात्री के रूप में यात्रा कर रहे थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)