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हिमचाल प्रदेश (Himachal Pradesh) में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है और सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) मुख्यमंत्री बने हैं, तब से वे लगातार एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं. सुक्खू फैसले भी ऐसे ले रहे हैं, जो विरोधियों के सीने पर मूंग दलने का काम कर रहे हैं. फिर चाहे वह फैसले अनाथ बच्चों के लिए हो या कैबिनेट मंत्रियों के लिए. शुक्रवार 13 जनवरी की रात सुक्खू सरकार ने ऐसे ही दो बड़े फैसले लिए हैं
सुक्खू सरकार एक बार फिर अनाथ बच्चों पर मेहरबान हुई है. लोहड़ी के शुभ अवसर पर उन्होंने इन बच्चों को बड़ा तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस फैसले के मुताबिक हिमाचल की कांग्रेस सरकार अनाथ बच्चों को हर साल 15 दिन के लिए घूमने भेजेगी. इन बच्चों का घूमने का सारा खर्च सरकार उठाएगी. सरकार इन बच्चों को हवाई जहाज से यात्रा करवाएगी और इनके रहने और खाने का इंतजाम थ्री स्टार होटल में किया जाएगा.
हिमाचल सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव (CPS) सुंदर सिंह ठाकुर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना द्वारा देर रात जारी आदेशों के अनुसार, सुंदर ठाकुर को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री दोनों के साथ अटैच किया गया.
बता दें कि CPS सुंदर सिंह मुख्यमंत्री के साथ ऊर्जा, टूरिज्म और वन विभाग का काम देखेंगे. जबकि डिप्टी CM के साथ सुंदर सिंह ठाकुर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट भी देखेंगे
कुल्लू से विधायक सुंदर ठाकुर मंत्री की रेस में माने जा रहे थे. मंत्री पद के ज्यादा तलबगारों की वजह से उन्हें कैबिनेट में तो शामिल नहीं किया गया. मगर, CPS बनाने के बाद अब अहम विभागों का जिम्मा जरूर दिया गया. लिहाजा सुंदर सिंह को विभागों का जिम्मा सौंपकर सुक्खू ने जिला कुल्लू की नाराजगी दूर कर दी है. बता दें कि सुंदर सिंह ठाकुर कुल्लू से कांग्रेस विधायक हैं.
सीएम सुक्खू लगातार अनाथ बच्चों पर मेहरबान होते नजर आ रहे हैं. जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ शपथ ली थी, तो उसी शाम को सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला में एक अनाथ आश्रम में अनाथ बच्चों से मिलने के लिए गए थे. जहां उन्होंने इन बच्चों के लिए सुखाश्रय खोलने की घोषणा भी की थी. इसके बाद सुक्खू ने शिमला जिला के अधिकारियों को आदेश दिए थे, कि शहर में जितने भी अनाथ बच्चे भटक रहे हैं उनके रहने का इंतजाम किया जाए.
सुखविंदर सुक्खू अनाथ बच्चों पर इतनी मेहरबान क्यों दिखा रहे हैं ? जब उनसे इस बारे में प्रश्न किया गया तो उन्होंने बताया कि उनकी मेहरबानी की वजह उनका एक दोस्त है. किस्सा बयान करते हुए सुक्खू ने कहा कि कॉलेज टाइम में उनका एक दोस्त हुआ करता था, जिसका कोई नहीं था और जब वह किसी त्योहार पर घर जाने की बात करते थे तो वो कहता था मैं कहां जाऊंगा मेरा कोई नहीं है और ना ही घर है. इसके बात सुक्खू उसे अपने घर लेकर आते थे. सुक्खू ने बताया कि तभी उन्होंने सोच लिया था की वो अनाथ बच्चों के लिए कुछ न कुछ जरूर करेगें
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