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12 मार्च, 1993. उस वक्त जब मुंबई के डब्बावाले कई ऑफिसों में खाना पहुंचा रहे थे, देश की आर्थिक राजधानी वीकेंड की तैयारी में थी. समय था 1.29 बजे और अचानक दहल गई मुंबई.
'ब्लैक फ्राइडे' के दिन मुंबई की एयर इंडिया बिल्डिंग, बांबे स्टॉक एक्सचेंज, झावेरी बाजार, होटल सीरॉक और होटल जुहू सेंटॉर पर एक के बाद एक 12 धमाके हुए, जिनमें 257 लोगों की मौत हो गई और 700 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए.
पहला धमाका दोपहर 1 बजकर 29 मिनट पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की इमारत के बाहर हुआ. धमाके के बाद दहशत और काले धुएं में सने लोग इमारतों से बाहर की तरफ भाग रहे थे. वो कुछ समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर हुआ क्या? जब तक लोगों को कुछ पता चलता 84 लोगों की मौत हो चुकी थी, वहीं 257 लोग घायल हो गए.
अभी मुंबई इस धमाके का दर्द सह रही थी कि ठीक एक घंटे बाद दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर मस्जिद बंदर पर धमाका हुआ और 5 और बेगुनाह लोग मारे गए और 16 जख्मी हो गए. 1 ही मिनट बाद शिवसेना भवन के पास हमला हुआ और 4 लोगों की जान चली गई.
अब तक समझ आ गया था कि आतंकियों ने सीरियल ब्लास्ट से देश के दिल में घाव करने की योजना बना रखी है. शिवसेना इमारत के पास हुए ब्लास्ट के बाद एक बड़ा ब्लास्ट एयर इंडिया बिल्डिंग में हुआ और 20 लोगों की मौत हो गई वहीं 87 जख्मी हो गए.
धमाके जारी रहे फिर अलग-अलग जगहों पर 8 और धमाके हुए. यानी कुल 130 मिनट में ये 12 धमाके हुए जिसमें 257 लोगों की मौत हो गई.
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1.पहला ब्लास्ट
2. दूसरा ब्लास्ट
3. तीसरा ब्लास्ट
4. चौथा ब्लास्ट
5. पांचवा ब्लास्ट
6. छठा ब्लास्ट
7. सातवां ब्लास्ट
8. आठवां ब्लास्ट
9. नौवां ब्लास्ट
10. दसवां ब्लास्ट
11. ग्यारहवां ब्लास्ट
12. बारहवां ब्लास्ट
मुंबई हादसों का दर्द आज भी मुंबईकरों के जहन में है. 7 सितंबर को टाडा कोर्ट ने अबू सलेम समेत 5 दोषियों को सजा सुनाई है,ये केस 13 साल तक लोअर कोर्ट में चला और कुल 100 आतंकियों को दोषी करार दिया गया था.
धमाके के 25 साल बाद भी अब भी पीड़ितों को इंतजार है कि असली मास्टरमांइड दाऊद इब्राहिम को सजा कब मिलेगी.
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