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दिल्ली को दिवाली पर प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अवैध पटाखों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी हुई. पुलिस ने साढ़े चार सौ से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए. पुलिस अभियान में करीब 10 हजार किग्रा प्रतिबंधित पटाखे भी जब्त किए गए.
दिल्ली को प्रदूषण से बचाने के लिए कई दिनों से जूझ रही दिल्ली पुलिस को दिवाली की रात तक बड़ी कामयाबियां भी हाथ लगीं. पुलिस ने 210 लोगों को अलग-अलग धाराओं में गिरफ्तार किया. 3,764 किलो पटाखे जब्त भी किए. सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए रात 10 बजे के बाद पटाखे चलाने के मामले में 3371 केस पूरी दिल्ली में दर्ज किए गए.
इसी तरह दिवाली की रात विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज 56 मामलों में 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि दिवाली वाली रात दिल्ली पुलिस नियंत्रण कक्ष को छोटी-बड़ी सब मिलाकर अलग-अलग स्थानों से 940 'कॉल्स' मिली.
इसके साथ ही दिवाली की रात पटाखे जलाने की वजह से कई कचरा घरों में और सेंट्रल दिल्ली की एक दुकान में आग लगने की खबर भी आई. फायरब्रिगेड के मुताबिक दिवाली की रात उसके कंट्रोल रूम को आग लगने की सूचना देने वाले 245 फोन आए. सोमवार सुबह 10 बजे तक 96 और घटनाओं की सूचना मिली.
दिल्ली के मुख्य दमकल अधिकारी अतुल गर्ग ने कहा कि दिवाली के दिन आधी रात तक 245 फोन आए जिनमें से अधिकतर खुले क्षेत्र में आग लगने से जुड़ी थीं. उन्होंने बताया कि विभाग को पिछले साल आग से जुड़ी घटनाओं के 271 फोन आए. पिछले साल की तुलना में इस साल आग लगने की घटनाएं कम हुई हैं. लेकिन इनमें से कितनी घटनाएं पटाखों से आग लगने के कारण हुईं, इसका आकलन किया जाना है.
दिल्ली में इस साल दिवाली में आग लगने की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है लेकिन सदर बाजार इलाके में आग लगने की एक घटना में एक दुकान के सामान जल कर खाक हो गए. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘यह आग एक इमारत की चौथी और पांचवी मंजिल में बनी दुकान में लगी. इनमें पैकिंग करने वाले सामान और प्लास्टिक के खिलौने रखे हुए थे. आग में सारा सामान खाक हो गया.’’
अधिकारी ने कहा कि आग लगने की एक अन्य घटना उत्तरपूर्वी दिल्ली के जगतपुरी क्षेत्र में एक दुकान में हुई. इस संबंध में अपराह्न दो बजकर 51 मिनट पर फोन कॉल आया. इस केस में 6 दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया जिसके बाद 1 घंटे के अंदर आग पर काबू पा लिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि दिवाली के मौके पर आग लगने की घटनाओं में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है. साथ ही आग लगने की जितनी भी घटनाओं की सूचना प्राप्त हुई है उनमें से कोई भी भयंकर आग नहीं थी. कचरा घरों और मकानों में आग लगने की सूचनाएं मिली थी, लेकिन वे सभी घर में लगी बिजली की तारों और ट्रांसफॉर्मर्स के कारण हुई थीं.
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