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आम आदमी पार्टी (AAP) के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने सदन में योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा लगाए गए देशद्रोह के आरोपों को लेकर उन्होंने योगी सरकार को निशाने पर लिया. संजय सिंह ने राज्यसभा में कहा कि 'हो सकता है कि मैं 4 दिन बाद मैं जेल में दिखूं. क्या इस सदन में बैठने वाला देशद्रोही है'. बता दें कि संजय सिंह पिछले कुछ दिनों से यूपी की राजनीति में एक्टिव हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन पर ये मुकदमा जातिगत आधार पर कराए गए सर्वे के चलते लगाए हैं.
राज्यसभा में बोलते हुए संजय सिंह ने कहा कि-
संजय सिंह ने खुद पर हुए देशद्रोह केस के बारे में बोलते हुए कहा 'कल मैंने सदन में उत्तर प्रदेश में हुए कोरोना घोटाले का मुद्दा उठाया था कि कैसे उत्तर प्रदेश की सरकार ने ऑक्सीमीटर, थर्मोमीटर की खरीद में घोटाला किया है. पहले भी मैं उत्तर प्रदेश में होने वाली ब्राह्मणों, दलितों की हत्याओं के मामले उठाता रहा. लेकिन अब योगी सरकार ने मेरे खिलाफ 13 मुकदमे कर दिए हैं. लेकिन कल शाम को मेरे खिलाफ देश द्रोह का मुकदमा भी लगा दिया गया.'
पिछले करीब 2 महीने से संजय सिंह उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी एक्टिव हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. संजय सिंह ने योगी सरकार पर जातिवादी होने का आरोप लगाया था और इसी को लेकर उन्होंने जाति के आधार पर फोन सर्वे भी करवाया था. इसके बाद 2 सितंबर को संजय सिंह के उपर लखनऊ के हजरतगंज में FIR दर्ज की गई. अब तक संजय सिंह के खिलाफ अलग-अलग शहरों में करीब 13 मामले दर्ज किए गए हैं.
अगस्त महीने में 16 तारीख को लखनऊ में आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर ताला लगा दिया. संजय सिंह ने तब कहा था कि योगी जी बचकाना खेल खेल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में संजय सिंह के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज हुआ उसमें 17 सितंबर को राजद्रोह की धाराएं भी जोड़ ली गई हैं. संजय सिंह को पुलिस ने 20 सितंबर तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा है. इसके अलावा सर्वे करने वाली प्राइवेट कंपनी के तीन निदेशकों पर भी राजद्रोह और धोखाधड़ी की धारा बढ़ाई गई है.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि मैंने सभापति को इसे लेकर पत्र लिखा है. राज्यसभा का सदस्य होने के नाते सभी पार्टियों ने मेरे मुद्दे का समर्थन किया है. उसमें कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, शिवसेना, एनसीपी जैसी सभी पार्टियों का समर्थन मिला है.
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